गाडी को ओवरलोड चलाने से आरटीओ वाले और पुलिस वाले भी तंग करते है : transporter-sanjeev-kumar

संजीव जी पंजाब के रहने वाले है।  इनका कहना है कि जब हमने काम की  शुरूआत की थी तब हमारे पास एक ही ट्रक था। अब इनके पास पांच ट्रक है। इनका कहना है कि इन्‍होंने बडी मेहनत करके एक ट्रक से पांच ट्रक तैयार  किए है। इनका कहना है कि इनका कहना  है कि इन्‍होंने खुद गाडी ड्राइवरी करके इस काम में कामजाब हुए। इनका कहना है कि जब काम शुरू किया था तब काम बढिया चल रहा था अब काम काफी कम हो गया है। इनका कहना है कि अब  काम आननलाइन होने लगा है ट्रांसपोर्टर्स लाइन में।  ट्रांसपोर्ट बिजनेस ऑनलाइन होने से पेंमेंट ऑनलाइन मिलती है। इनका कहना है कि ऑनलाइन पेमेंट से कैश की दिक्‍कत होती है। इनका कहना है कि ट्रांसपोर्टस लानइ में ई वे बिल के आने से यह फायदा हुआ है कि अब गाडी को बार बार बार्डर पर नही रूकना पडता है। इनका कहना है कि गाडी में ओवरलोड नही होना चाहिए इससे गाडी को नुकसान होता है और ड्राइवर की जान का खतरा बना रहता है। गाडी को ओवरलोड चलाने से आरटीओ वाले और पुलिस वाले भी तंग करते है। इनका कहना है कि इस बिजनेस मे सबसे बडी दिक्‍कत यह आ रही है कि बरोकर पैसा खा जाते है ट्रक मालिक को कुछ नही बचता है। असली कमाई तो ट्रांसपोर्टस की बरोकर और दलाल लोग खा जाते है। इनका कहना है कि पर किलोमीटर के हिसाब से भाडे के रेट तय होने चाहिए। सरकार को ट्रांसपोर्टर्स को थोड़ी रियायत देनी चाहिए। रोड टैक्‍स और टोल टैक्‍स में से कोई एक टैक्‍स ही लेना चाहिए।

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