एक ट्रक कई लोगों को रोजगार देता है: transporter-rehmatulla

मुरादाबार के रहने वाले रेहमत्‍तुला  जी पिछले 25 साल से ट्रांसपोर्ट लाइन में है। रेहमुतुला जी ने दस ट्रको के साथ काम की शुरूआत की थी, अब इनके पास  अपने 50 ट्रक है। इस लाइन में कामयाब पाने के लिए उन्‍होंने दिन रात मेहनत की। रेहमुतुला जी का कहना है कि जीएसटी लगने के बाद यह चेंज आया है कि दो नंबर का काम खत्‍म हो गया है। सारा काम एक नंबर में चल रहा है, जोकि अच्‍छा काम है।   माल समय पर पहुंच जाता है। रेहमुतुला जी का  कहना है कि गाडियों पर ज्‍यादा खर्च हो जाता है। रेेहमुतुला जी का कहना है कि डीजल के रेट बढते है तो भाडा तो बढना ही चाहिए, क्‍योंकि कई बार ड्राइवरों का खर्चा उन्‍हें अपनी जेब से देना पडता है और लेबर भी नगद पैसे लेकर काम करती है। रेहमुतुला जी अंडरलोड को ही सही मानते है उनका कहना है कि ओवर लोड गाडी करने से ड्राइवर की जान को खतरा रहता है और गाडी भी सेफ नही रहती। रेहमुतुला जी का कहना है कि ट्रांसपोर्ट बिजनेस में सबसे ज्‍यादा दिक्‍कत तो टोल टैक्‍स की है, क्‍योंकि टोल टैक्‍स  काफी बढ गए है और  ट्रेंड ड्राइवर  नही मिल पाते है। रेहमुतुला जी का  कहना है कि सरकार ड्राइवरों के लिए कुछ करे, क्‍योंकि पढा लिखा व्‍यक्ति ऑफिस में बैठना पसंद करेगा न कि ड्राइवर बनना।  उनका कहना है कि ट्रांसपोर्ट लाइन में सरकार को और अच्‍छे नए विकल्‍प लाने चाहिए, ताकि युवाओं का रूझान ट्रांसपोर्ट लाइन की तरफ आकर्षित हो।  इस लाइन में एक ट्रक कई लोगों को रोजगार देता हे। ट्रक मालिक के अलावा ड्राइवर क्‍लीनर के घर की रोटी निकलती हे। इसके अलावा ट्रक पार्टस, टायर बेचने वाले, मेकेनिक, टायर पंचर वाले को भी कमाई होती हे। सरकार को चाहिए कि इस लाइन में टैक्‍स कम करे, इससे ज्‍यादा लोग इस लाइन में आएंगे और ज्‍यादा लोगों को रोजगार मिलेगा।

 

 

 

 

 

 

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