कम पढे लिखे लोगों को आनलाइन सिस्‍टम के बारे में जागरूक करना चाहिए : transporter savesh giri

स्‍वेेश गिरी जी बिहार के रहने वाले है। ये अपनी मालिक की गाडियों से काम करते है। इनके मालिक के पास 22 गाडिया है और ये मालिक के साथ मिलकर काम करते है।स्‍वेेश गिरी जी का कहना है कि  ई वे बिल के आने से ट्रांसपोर्टस लाइन को काफी फायदा हो रहा है । ई वे बिल के आने से अब बैरियर उठ गए है। बैरियर के उठने से ट्रांसपोर्टस लाइन को काफी फायदा हो रहा है । अब बार बार गाडी को रोक कर परेशान नही किया जाता है। इससे सेल्‍स टैक्‍स वाले भी अब परेशान नही कर सकते है । ई वे बिल हो तो गाडी को बार बार चैकिंग के लिए नही रोकते है । ई वे बिल के पास होने से गाडी को अब सीधे जाने दिया जाता है। इसके अलावा गाडियों में जीपीएस के लगे होने से काफी फायदा होता है। एक तो हम गाडी को लोकेशन को चैक कर सकते है कि गाडी कहा पर खडी है और  गाड़ी किस स्‍पीड से चल रही है। गाडियों में जीपीएस के लगे होने से यह फायदा है कि अब ड्राइवर लोग झूठ नही बोल पाते । गाडी में जीपीएस के लगे होने से यह फायदा है कि अब ड्राइवर झूठ बोल कर गाडी को कहीं पर भी नही ले कर जा सकते है। स्‍वेश गिरी जी का कहना है कि गाडियों को अंडरलोड चलाना ही ठीक है। गाडी को अंडरलोड चलाने से गाडी को नुकसान नही होता है। वे कहते है कि इस बिजनेस में सबसे बडी दिक्‍कत यह आ रही है कि एक तो गाडी को माल नही मिल रहा है , अगर मिले तो भाडे के रेट सही नही मिल पाते है। इनका कहना है कि आज ट्रांसपोर्टस बिजनेस ऑनलाइन हो रहा है। इससे फायदा ही हो रहा है। लेकिन जो लोग पढे लिखे नहीं हैं, वे इसका फायदा नहीं उठा पा रहे है। कम पढे लिखे लोगों को आनलाइन सिस्‍टम के बारे में जागरूक करना चाहिए।

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