माल का रेट सही मिले और ड्राइवर लोगो को भी सेलरी बढिया मिलनी चाहिए: transporter-baljeet-singh

बलजीत सिंह जी पंजाब के डेराबसी के रहने वाले है। इन्‍हे इस काम में तीस से पैंतीस साल हो गए काम  करते हुए। इनका कहना है कि इनके पास खाुद की तीन गाडिया है। यह इस बिजनेस में अपनी मेहनत व लगन से कामजाब हुए। इनका मानना है कि ट्रांसपोर्टस के बिजनेस के ऑनलाइन से फायदा हो रहा है। अगर आनलाइन गाडी के लिए माल मिल जाए तो अच्‍छा है। ऑनलाइन माल मिल जाऐगा तो बीच तें कोई भी दलाल नही रहेगा , अगर दलाल नही रहेगा तो काम बढिया चलेगा ट्रांसपोर्टस का। उनका कहना है कि आज ट्रांसपोर्टस बिजनेस के ऑनलाइन होने से फायदा हो रहा है। गाडियों में  जीपीएस लगने से भी काफी फायदा हो रहा हे। गाडी वाले को अपनी गाडी का पता रहता है कि गाडी कहां पर खडी है। ड्राइवर लोग भी झूठ नही बोल पाते है गाडी में जीपीएस लगा हो तो पता रहता है कि गाडी कहां पर किस स्‍पीड के साथ चल रही है।  गाडी के मालिक को बहुत ही फायदा है ट्रांसपोर्ट के काम में जीपीएस का प्रयोग होने से। उनका कहना हैक्‍ कि ई वे बिल  से एक परेशानी है। गाडी के खराब होने पर टाईम पर गाडी न पहुंचने पर सेल टैक्‍स वाले पकड लेते है जिससे की परेशानी  झेलना पडताी है ।इनका कहना है कि ई वे बिल में टाईम लिमिट होती है कि इतने समय तक माल पहुंच जाना चाहिए अगर टाईम लिमेट खत्‍म हो जाए तो सेल टैक्‍स वाले माल पकड लेते है यही दिक्‍कत है ई वे बिल मे सबसे ज्‍यादा। इस बिजनेस में सबसे बडी दिक्‍कत यह आ रही है कि गाडी वाले को भाडे का रेट पूरा नही मिलता है । गाडी बुक करवाने वाले दलाल है आधा पैसा तो वही खा जाता है , गाडी वाले को कुछ नही बचता है। इनका  सुझाव  है कि माल का रेट सही मिले और ड्राइवर लोगो को भी सेलरी बढिया मिलनी चाहिए। गाडी को जो माल देते है उस मालिक के साथ सीधा बात होनी चाहिए, बीच मे से दलाल खत्‍म होने चाहिए। पैसो का लेन देन सीधा एकाउंट में होना चाहिए  ताकि पैसो में भी कोई हेराफेरी न कर सके।

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