ई वे बिल ने ट्रांसपोर्ट लाइन का समय बचाया : करनेल सिंह
* करनैल सिंह कहते है कि सरकार ट्रांसपोर्ट लाइन में टैक्स कम करें
पंजाब के रहने वाले करनैल सिंह कई सालों से ट्रांसपोर्ट बिजनेस में है। इस लाइन में आए बदलाव व दिक्कतों के बारे में करनेल सिंह ने ट्रक सुविधा के साथ बात की। करनेल सिंह ने बताया कि उन्होंने ट्रांसपोर्टस बिजनेस की शुरूआत एक ट्रक के साथ की थी। अब भी इनके पास एक ही ट्रक है। इनका कहना है कि ई वे बिल आने से इस लाइन को फायदा हुआ है। पहले गाडी को जगह जगह पेपर चेक करवाने के लिए रोकना पडता था। सबसे ज्यादा दिक्कत बार्डर पर होती थी। ई वे बिल आने के बाद से यह दिक्कत दूर हो गई है। अब बार्डर पर गाडी को नहीं रोकना पडता। इसका फायदा यह हुआ है कि गाडी माल लेकर जल्दी पहुंच जाती है। हालांकि उनका कहना है कि अब ट्रांसपोर्ट लाइन मे खर्चे काफी बढ गए है। रोड टैक्स के साथ साथ टोल टैक्स भी देना पडता है। इ्ंश्योरेंस काफी अधिक हो गई है। इसके अलावा डीजल के रेट पहले के मुकाबले दुगने हो गए है। कुल मिलाकर आठ दस सालों में खर्चे दुगने हो गए है, लेकिन भाडा उतना नहीं बढा, जितना खर्चे बढ गए है। इस कारण आमदनी कम हो गई है। जिनके पास दो तीन या इसे ज्यादा गाडियां हैं, उन्हें इतना फर्क नहीं पडता, लेकिन एक गाडी वाले के लिए खर्चा चला पाना मुश्किल हो रहा है। करनैल सिंह ओवरलोड को सही नहीं मानेत है। उनका कहना है किओवरलोड गाडी करने से भी गाडी का खर्चा नही निकलता है। ओवरलोड तो वैसे ही गाडियाें को नुकसान पहुंचाती है। उनका मानना है कि इस बिजनेस में सबसे बडी दिक्कत यह आ रही है कि भाडे के रेट सही नही मिल पाते है। सरकार को चाहिए कि इस बिजनेस में टैक्स कम करे और डीजल के रेट बढने पर भाडा भी बढना चाहिए।
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