काम आनलाइन होने से समय और पैसा दोनों बच जाता है : transporter-jasvinder-singh

जसविंद्र सिंह जी पंजाब के मलेरकोटला के रहने वाले है।  इन्‍होंने अपने पिता जी के साथ रहकर यह काम सीखा था। इन्‍हें ट्रांसपोर्ट लाइन में 20 साल हो गए है। इन्‍होंने एक ट्रक के साथ काम की शुरूआत की थी । अपनी मेहनत और लगन से इन्‍होंने पांच ट्रक अपने खुद के बना लिए। इनका कहना है कि जब काम की शुरूआत की थी तब काम बढिया चल रहा था लेकिन अब काम काफी मंदा हो गया है। इनका कहना है कि ट्रांसपोर्टस का काम ऑनलाइन होने से ट्रांसपोर्टस को फायदा हो रहा है। हर काम आनलाइन होने से समय और पैसा दोनों बच जाता है। इनका कहना है कि ई वे बिल का भी फायदा है ट्रांसपोट्रस लाइन में , एक तो माल की बचत हो जाती है और दूसरा काम एक नंबर में चलता है । इससे टैक्‍स की चोरी नही कर सकते है ।जसविंद्र सिंह जी ओवरलोड को गाडियों के लिए सही नही मानते है। इनका कहना है कि एक तो ओवरलोड गाडी करने से गाडी को नुकसान होता है और ड्राइवर की लाइफ का भी खतरा बना रहता है। जबकि अंडरलोड गाडी चलाने से गाडी और ड्राइवर दोनो की सेफटी बनी रहती है। अंडरलोड गाडी चलाने से रोड भी सुरक्षित रहते है। इनका कहना है कि सरकार ने तो एक तरह से ट्रांसपोर्टस के बिजनेस का काम खत्‍म ही कर दिया है। इतने तरह के टैक्‍स लगा दिए है । गाडी से खुद का खर्चा तो निकलता नही है ऊपर से इतने सारे टैक्‍स भरने पडते है। ट्रांसपोर्टस से रोड टैक्‍स के साथ साथ टोल टैक्‍स भी लिया जाता है। इनका सुझाव है कि रोड टैक्‍स और टोल टैक्‍स में से एक टैक्‍स माफ करना चाहिए।इसके अलावा सरकार को इ्रश्‍सोरेंस के रेट भी कम करने चाहिए और ट्रांसपोर्टस के लिए कोई पालिसी बनानी चाहिए।

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