मुंबई के ट्रांसपोर्टर मनोज की कहानी उनकी जुबानी

मनोज जी प्राइवेट जॉब करत थे और डेढ साल से ट्रांसपोर्ट व्यवसाय में है । मनोज जी से हुई खास मुलाकात में उन्होंने ट्रांस्पोर्ट से जुड़ी कुछ खास बाते बताई ।

मनोज जी प्राइवेट जॉब करत थे और डेढ साल से ट्रांसपोर्ट व्यवसाय में है । मनोज जी से हुई खास मुलाकात में उन्होंने ट्रांस्पोर्ट से जुड़ी कुछ खास बाते बताई । किस तरह आधुनिकता का उपयोग करते हुए वो ट्रांसपोर्ट के क्षेत्र में काम कर रहें हैं । जाने ट्रांसपोर्ट से जुड़ी उनके विचार और सुझाव।

मुंबई के ट्रांसपोर्टर मनोज की कहानी उनकी जुबानी

मुंबई के ट्रांसपोर्टर मनोज की कहानी उनकी जुबानी

  • आप कितने साल से ट्रांसपोर्ट व्यवसाय में है ?

उत्तर: डेढ साल से, पहले मैं प्राइवेट जॉब में था।

  • पहले कितने ट्रक थे और आज कितने हैं ?

उत्तर: पहले एक ट्रक लिया था पार्टनरशिप में, अब तीन हैं।

  • आप मोबाइल, कंप्यूटर और इंटरनेट का कितना ज्ञान रखते है ?

उत्तर: पूरी नॉलेज है।

  • क्या आप ऑनलाइन ऐसी सुविधा का उपयोग करना चाहेंगे जिसमे आप अपने खाली ट्रक के लिए माल ढूंढ पाए ?

उत्तर: हॉ, मैं टक सुविधा के साथ जुडा हूं। इससे माल मिलने में आसानी होती है।

  •  इस व्यवसाय में पिछले २० सालों में कितना बदलाव आया है और आय में कितना इजाफा हुआ है ?

उत्तर: टैक्‍स तो बढे है, लेकिन इंकम उतनी नहीं बढती।

  • डीजल के दाम में बार-बार बढोतरी होने पर क्‍या भाडा भी बढता है ?

उत्तर: हॉ, भाडा बढता है। लेकिन कभी कभी यह मार्किट पर डिपेंड करता है।

  • ओवरलोडिड पर रोक को क्‍या आप सही मानते है ?

उत्तर: ओवरलोड नहीं होना चाहिए। इससे टक को भी नुकसान होता है, साथ ही रोड पर एक्‍सीडेंट भी बढते हैं।

  • टासंपोर्ट व्यवसाय को किन मुश्किलों का सामना करना पड रहा है ?

उत्तर: इस बिजनेस में ईमानदारी कम है। इससे काफी दिक्‍कत होती है।

  • युवा टांसपोर्टरो को आप क्या संदेश देना चाहेंगे ?

उत्तर: इस बिजनेस में मेहनत बहुत है। जो मेहनत से नहीं घबराते, वो सफल होते है। इसलिए इस बिजनेस में आने वाले यूथ को मेहनत से नहीं घबराना चाहिए।

  • सरकार से आप क्‍या चाहते हैं ?

उत्तर: आरटीओ की मनमानी से छुटकारा मिलना चाहिए।

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