ट्रांसपोर्टस पर कई तरह के टैक्‍स गलत : transporter vashan mishra

वॉशन मिश्रा जी पंजाब में लुधियाना के रहने वाले है। इनकी तीस गाडियां ट्रांसपोर्टस के बिजनेस के लिए काम करती है । इन्‍होंने 200 गाडियों को कंपनी  के साथ बुक किया हुआ है जो कंपनी का माल लोड करके जाती है।वॉशन जी का मानना है कि पिछले कुछ सालों में ट्रांसपोर्ट लाइन में बहुत चेंज आ गया हे। अब हर काम आनलाइन होने लगा है। सबसे बड़ा फायदा गाडि़यों में जीपीएस से हो रहा है। गाडियों में जीपीएस के लगे होने से गाडी के मालिक को यह फायदा होता है कि वह अपनी गाडी को आसानी से कहीं पर भी आसानी से देख सकते है। आजकल कंपनियां भी बिना जीपीएस लगी गाडियों को माल नही देती है , कंपनी वाले जीपीएस लगी हुई गाडियों को ही माल देना पसंद करते है इनका कहना है जो कि बहुत बढिया है। कंपनी वाले जीपीएस की सहायता से गाडी को आसानी से चैक कर सकते है कि माल कहा तक पहुंच गाया  और कब तक माल कंपनी में पहुच जाऐगा।अब माल की पेंमेंट भी आनलाइन हो जाती हे। इनका कहना है कि गाडी को अंडरलोड चलाना सही रहता है, ओवरलोड से तो गाडी को भारी नुकसान उठाना पडता है। गाडी को ओवरलोड करने से गाडी को भी नुकसान होता है और सरकार को भी नुकसान होता है । गाडी को अंडरलोड चलाने से गाडी भी सेफ रहती है और सडके भी सेफ रहती है अंडरलोड सही है। इनका कहना है कि इस बिजनेस में सबसे बडी दिक्‍कत तो यह आ रही है कि गाडी के भाडे के रेट बढते नही है और गाडी के खर्चे बढ गए है। टोल के रेट ज्‍यादा है और गाडियों के इंश्‍योरेंस के रेट भी काफी अधिक है।। एक गाडी वाला सरकार को हर तरह के टैक्‍स पे कर रहा है। इनका कहना है कि सरकार ने कहा है कि हर किसी पर एक ही तरह का टैक्‍स लगेगा लेकिन ट्रांसपोर्टस लाइन में इस तरह की कोई बात नही है एक ट्रांसपोर्टस कई तरह के टैक्‍स पे कर रहा है। इनका कहना है कि डीजल के ऊपर टैक्‍स टायर पर टैक्‍स, रोड टैक्‍स और टोल टैक्‍स जो कि गलत है। इनका सुझाव है कि सरकार ट्रांसपोर्ट लाइन से टैक्‍स कम करें।

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