मंदी के कारण बंद हो रही है छोटी इंडस्ट्रियां : transporter-manpreet-singh
मनप्रीत सिंह जी लुधियाना के रहने वाले है। इनके पास खुद का कोई ट्रक नही था । लेकिन आज इनके पास खुद की 15 गाडियां है। मनप्रीत जी ने इस लाइन में कड़ी मेहनत की। इसका नतीजा यह है कि आज इनके पास 15 गाडि़यां है। मनप्रीत जी इसके लिए वाहेगुरु का शुक्रराना करते है। उनका कहना है कि जब इस काम की शुरूआत की थी तब काम बढिया चल रहा था ट्रांसपोट्रस का। लेकिन आज मंदी के कारण काम कम हो गया है। मार्केंट मेें माल ही नहीं मिल रहा है। इनका कहना है कि इनके पास 15 गाडियां है लेकिन 15 गाडियों में से इनकी 10 गाडियों को माल मिल रहा है और बाकी पांच गाडियां खडी रहती है। उनका कहना है कि ट्रांसपोर्टस बिजनेस ऑनलाइन हो रहा है जिससे इस बिजनेस को काफी फायदा हो रहा है। अब तो ट्रांसपोर्ट लाइन के कई काम आनलाइन हो रहे है। गाडि़यों के कागज आनलाइन बन जाते हैं।गाडि़यों में आनलाइन तेल डल जाता है। ई वे बिल के आने से ट्राईम बच जाता है ।अब बार्डर पर गाडी को ज्यादा समय तक रूकना नही पडता है और चैकिंग लिए टाईम वेस्ट नही होता है । अब गाडी सीधा माल लेकर जाती है जहां उसे माल पहुंचाना होता है।मनप्रीत जी गाडियों को ओवरलोड चलाना पंसद नही करते है। उनका मानना है कि गाडियों मे ओवरलोड डालने से गाडी को नुकसान होता है और गाडी को अंडरलोड चलाने से गाडी को गाडी सेफ रहती है। अंडरलोड गाडी चलाने से गाडी मे डीजल की खपत भी कम होती है और माल भी सेफ रहता है। वे कहते है कि इस बिजनेस में सबसे बडी दिक्कत यह आ रही है कि छोटी कंपनियां बंद हो गई है और मार्केट में माल नही है । छाेटी छोटी कंपनियों के बंद होने से भी ट्रांसपोर्टस का बिजनेस कम होता जा रहा है। इनका सुझाव है कि सरकार को अपनी नीतियां चेंज करनी पडेगी। इंडस्ट्री चलेगी तो सभी को फायदा होगा और मंदी दूर होगी।
Recent Comments