टोल  टैक्‍स  को कम करे सरकार : transporter-suraj

सूरज जी पिछले दस साल से ट्रांसपोर्ट लाइन में काम कर रहे है। सूरज जी ने बताया कि उन्‍होंने एक ट्रक के साथ ट्रांसपोर्टस के काम की शुरूआत की थी। उन्‍होंने ट्रांसपोर्टस लाइन में दिन रात मेहनत की ओर इस लाइन में कामयाबी पाई । सूरज जी ने अपनी मेहनत से दो ट्रक लिए । सूरज जी मोबाइल का प्रयोग करते है। मोबाइल के इस्‍तेमाल उन्‍हे ट्रांसपोर्टस के बिजनेस को ओर आगे बढाने में मदद करता है। सूरज ही ऐसी ऑनलइन सुविधा का उपयोग करना चाहते है जिससे कि उन्‍हे उनका काम को को ओर आगे बढाने में मदद मिल सके। सूरज जी का मानना है कि आनलाइन माल मिलने से ट्रांसपोर्टर्स को काफी फायदा है। इससे समय भी बच जाता है और एजेंट का भी कोई चक्‍कर नहीं रहता। सूरज जी ने बताया कि जीएसटी लगने के बाद ट्रांसपोर्टस का काम कम हो गया है। डीजल के रेट बढ गए है। डीजल के रेट बढने से कमाई कम हो गई है। सूरज जी ने बताया कि इस समय ट्रांसपोर्टस लाइन का काम कम ही चल रहा है ट्रांसपोट्रस बिजनेस का। सूरज जी का कहना है कि  डीजल के रेट बढते है तो भाडा तो  बढना चाहिए। सूरज जी ओवर लोड को गाडी के लिए सही नही मानते उनके हिसाब से ओवर लोड गलत हैै। गाडी तो अंडरलोड चलाना ही सही रहता  है।अंडरलोड गाडी चलाने से गाडी के टायर जल्‍दी खराब  नही होते हे। सूरज जी ने ट्रासंपोर्टस लाइन में होने वाली दिक्‍कतो के बारे में बताया कि डीजल के रेट बढते रहते है लेकिन भाडा वही का वही रहता है। ट्रांसपोर्ट लाइन में ये सबसे बडी दिक्‍कत है। इस लाइन में खर्चे ज्‍यादा होते है लाभ कुछ भी नही  होता।सूरज जी सरकार से चाहते है कि सरकार डीजल के रेट कम  करे व टोल  टैक्‍स  को कम करे  ताकि खर्चा आसानी से निकल सके।

 

 

 

 

 

 

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