सरकार को चालान के रेट और इंश्‍योरेंस कम करना चाहिए : transporter-raman-sharma

रमन शर्मा जी पंजाब में लुधियाना के रहने वाले है। रमन जी ने दो ट्रकों के साथ ट्रांसपोर्टस का काम शुरू किया था। वह गाडियों की  बुकिंग का काम करते है फास्‍ट टैग पर अपने विचार रखते हुए उन्‍होने कहा कि फास्‍ट टैग से ट्रांसपोर्टस का काम काफी इजी हुआ है। पहले टोल बैरियर पर टोल भुगतान में काफी समय लग जाता था। रास्‍ते में कितने ही टोल बैरियर पडते थे और हर टोल बैरियर पर पांच से 15 मिनट का समय बर्बाद होता था । कई बार आधा घंटा भी लग जाता था, लेकिन फास्‍ट टैग की सहायता से गाडियों के टोल का भुगतान करना आसान हुआ है अब टोल बैरियर पर बिना रूके गाडी टोल बैरियर से सीधा निकल जाती है। रमन शर्मा जी ने बताया कि ई वे बिल के आने से ट्रांसपोर्टस लाइन में काफी बदलाव देखने को मिले है। ई वे बिल के पास में होने से इंनकम टैक्‍स डिपाटमेंट वाले परेशान नही करते है क्‍योंकि ई वे बिल के ऊपर पूरी जानकारी दी जाती है कि माल किस कंपनी से आया है ओर कितना माल है। इस लिए इंनकम टैक्‍स डिपाटमेंट वाले गाडी वाले को परेशान नही कर सकते है। ई वे बिल के आने से गाडी जल्‍दी माल पहुंचाकर वापिस आ जाती है। रमन शर्मा जी का कहना है कि नए मोटर व्‍हीकल एक्‍ट में चालान के रेट हेवी रखे गए है जिसे हर किसी को पे कर पाना मुश्‍किल हो जाता है। चालान के रेट कम होने चाहिए। रमन शर्मा जी का कहना है कि इस बिजनेस में सबसे बडी दिक्‍कत तो इस बात को लेकर आ रही है कि मार्केट में माल की कमी है। गाडियों को माल नही मिल पाता है समय से जिसकी वजह से गाडियों की टाईम पर किश्‍ते निकालनी मुश्‍किल होती है । गाडी के इंश्‍योरेंस के रेट भी काफी बढ गए है। डीजल के रेट काफी बढ गए है सरकार आए दिन डीजल मंहगा कर देती है , लेकिन कभी भी भाडे के रेट नही बढाती है। रमन शर्मा जी ने सुझाव दिया कि सरकार को चालान के रेट और इंश्‍योरेंस कम करना चाहिए।

 

 

You may also like...