गाडि़यों की संख्‍या बढने से माल मिलने में आती है दिक्‍कत : transporter inder singh

इंदर सिंह जी हरियाणा में  हिसार के रहने वाले है। इनके पास खुद की कोई गाडी नही है। वे ट्रांसपोर्टस लाइन में  गाडी की सप्‍लाई का काम करते है। इनका कहना है कि अब मार्केट में गाडियों की संख्‍या काफी बढ गई है। मार्केट में गाडियों की संख्‍या बढने से माल का मिलना मुश्‍किल हो जाता है। अब फाइनेस पर आसानी से कोई भी व्‍यक्ति गाडी को डाल लेता है जिसके कारण मार्केट में गाडियों की संख्‍या काफी बढ गई है। वे कहते है कि। ई वे बिल ट्रांसपोर्टस लाइन में आने से ट्रांसपोर्टस लाइन को काफी फायदा हुआ है।  ई वे बिल के आने से अब सेल टैक्‍स वाले गाडी वाले को परेशान नही करते है अब ई वे बिल दिखा देते है तो उन्‍हे पता चल जाता है कि माल किस पार्टी का है । पहले सेल्‍स टैक्‍स वाले बिल दिखाने पर  कहते थे कि हम इस पार्टी को नही जानते है , ये कहकर पैसे लेते थे , ई वे बिल के आने से यह दिक्‍कत दूर हुई है। ई वे बिल के आने से बार्डर से बैरियर हटने से गाडी वाले को अब जगह जगह गाडी को रोककर परेशान नहीं किया जाता है। ई वे बिल के आने से ड्राइवर लोग जल्‍दी माल पहुंचाकर वापिस आ जाता है अब ड्राइवर का समय भी बच जाता है। वे गाडी के ओवर लोड चलाना बिल्‍कुल भी पंसद नही करते है। इनका कहना है कि गाडी को अंडरलोड चलाने से गाडी को नुकसान नही होता है। अंडरलोड गाडी चलाने से गाडी का माल भी सेफ रहता है और ड्राइवर की जान का भी खतरा कम रहता है। उनका मानना है कि इस बिजनेस में सबसे बडी दिक्‍कत यह आ रही है कि मंदी के कारण गाडी को जल्‍दी माल नही मिलता है इनका सुझाव है सरकार इ्रडस्‍ट्री को बढाए ताकि गाडी का माल और लोगों को रोजगार मिलें।

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