ट्रांसपोर्ट लाइन में मंदी लंबे समय तक नहीं रह सकती : transporter manish kumar

मनीष कुमार जी हरियाणा में हिसार के रहने वाले है। इन्‍होंने ट्रांसपोर्टस लाइन की शुरूआत जॉब से शुरू की थी। वे ट्रांसपोर्टस लाइन में गाडियों को बुक करवाने का काम करते है। वे ट्रांसपोर्टस कंपनी में असिंसटेंट से सुपरवाइजर बने है । वे हिसार से लुधियाना तक की गाडियों को बुक करवाने का काम करते है। इनका कहना है कि ट्रांसपोर्ट का काम  बढिया चल रहा है। जब से काम की शुरूआत की है तब से लेकर अब तक यह चेंज देखने को मिला है कि अब इस काम में कंपटीशन काफी बढ गया है। पहले इस काम में काम भी काफी था और बचत भी काफी थी, लेकिन आज ट्रांसपोर्टस के काम में कंपटीशन बढने की वजह से काम कम हो रहा है और भाडे के रेट भी तभी नही बढ रहे है। मनीष जी का कहना है कि गाडियों में जीपीएस के लगे होने से काफी फायदा होता है, इससे गाड़ी कही भी हो उसकी लोकेशन के बारे में पता चल जाता है। इनका कहना है कि ट्रांसपोर्टस का काम मार्केट पर बेस है अगर मार्केट डाऊन चलेगी तो ट्रांसपोर्टस का काम कम चलेगा और अगर मार्केट अच्‍छी चलेगी तो ट्रांसपोर्टस का काम बढिया तरीके से चल सकता है। ई वे बिल का ट्रांसपोर्टस लाइन में आने से काफी फायदा है, इससे कागजों की चेकिंग का झंझट खत्‍म हो गया है।  ई वे बिल से गाडी में एक नंबर का माल है  इस बात का पता रहता है । इससे यह परेशानी तो खत्‍म हो गई है कि गाडी में दो नंबर का माल डला हुआ है।मनीष जी गाडियों को अंडरलोड चलाना ही पंसद करते है क्‍योंकि अंडरलोड गाडी को चलाने से गाडी को कोई नुकसान नही होता है। इनका कहना है कि इस बिजनेस मेे सबसे बडी दिक्‍कत यह आ रही है कि इस बिजनेस में अब कंपनियों के पास भी माल नही है । माल की कमी की वजह से काम मंदा चल रहा है ट्रांसपोर्टस का। इन‍का कहना है कि ट्रांसपोर्ट लाइन में मंदी लंबे समय तक नहीं रह सकती।

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