ओवरलोड से गाड़ी में तेल की खपत ज्‍यादा होती है: transporter-ajay

अजय जिरकपूर के रहने वाले है । इनका कहना है कि इनके पास खुद की कोई गाडी नही है ।यह दूसरों की गाडियों को बरोकर करवाने का काम करते है।  इनका कहना है कि जब काम की शुरूआत की थी तब ट्रांसपोर्टस का काम बढिया चल रहा था आज इस काम में कमी आई है ।  उनका कहना है कि गाडियों में तो जीपीएस का तो फायदा है ही, गाडियों में जीपीएस के लगे होने से गाडी का पता रहता है कि गाडी कहां पर खडी है और किस स्‍पीड से चल रही है। उनका कहना है कि ई वे बिल के आने से दो नंबर का काम खत्‍म हो गया है। सारा का सारा काम एक नंबर में हो गया है। ई वे बिल के आने से बैरियर उठ गए है बैरियर के उठने से गाडी माल पहुंचाकर जल्‍दी पहुंच जाती है । अब ड्राइवर लोगो को रेस्‍ट करने का समय मिल जाता है।  उनका मानना है कि गाडियों में ओवलोड तो बिल्‍कुल भी सही नही है । ओवरलोड से गाडी को ही नुकसान होता है। अंडरलोड गाडी को चलाने से माल सेफ रहता है । गाडी में ओवलोड करने से गाडी को नुकसान होता है गाडी को ओवरलोड करने से गाडी डीजल की खपत ज्‍यादा करती है।  उनका मानना है कि इस बिजनेस मे सबसे बडी दिक्‍कत यह आ रही है कि गाडी को माल नही मिल रहा है । काम के लिए मार्केट में माल ही नही है काम के लिए, इस वजह से काम कम हो रहा है ट्रांसपोर्टस का। इनका सुझाव है कि गाडी को माल मिलना चाहिए और भाडे के रेट बढने चाहिए। यदि मार्केट में माल मिलेगा तो ट्रांसपोर्टस का काम चलेगा। अजय जी कासुझाव है कि सरकार ट्रांसपोर्ट लाइन में टैक्‍स कम करें। सरकार को चाहिए कि टोल टैक्‍स और रोड टैक्‍स में से एक टैक्‍स ही लिया जाए।

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