भाडे के रेट फिक्‍स हो और रोड टैक्‍स या टोल टैक्‍स मे से एक टैक्‍स लगना चाहिए: transporter-manpreet-singh

मनप्रीत सिंह  जी पंजाब के डेराबस्‍स्‍सी की रहने वाले हैै। इनका कहना है कि इन्‍होंने ट्रांसपोर्टस के बिजनेस की शुरूआत एक  ट्रक के साथ शुरू  की आज इनके पास खुद की  4 गाडियों है इनका कहना है कि इन्‍होंने खुद गाडी चलाकर अपने काम को आगे बढाया और  काफी मेहनत भी की। उनका कहना है कि आज ट्रांसपोर्टस  बिजनेस ऑनलाइन हो रहा  है, ऑनलाइन होने से इस  बिजनेस को काफी फायदा होगा काम बढियां चलेगा ,ऑनलाइन होने से गाडी को माल और भाडे के रेट बढियां मिल रहे है। ई वे बिल के आने से ट्रांसपोर्टस लाइन को यह फायदा हुआ है कि अब समय की बचत हो जाती है बार्डर पर गाडी खड़ी नही करनी पडती बार बार  चैक करवाने के लिए। ई वे बिल लगने से गाडी सीधा माल वही लेकर जाती है जहां उसे माल पहुंचाना होता है। बार्डर पर भी पेपर बार बार चैक करवाने का झंझट खत्‍म हो गया है । ई वे बिल के आने से काफी फायदा हुआ है, ई वे बिल के कारण ड्राइवर लोग भी अब रेस्‍ट कर पाते है। पहले दो दो दिन तक गाडी खडी रहती भी बार्डर पर अब यह काम आसान हुए है ई वे बिल के आने से।  इनका कहना है कि वे अपनी गाडियों में ओवरलोड डालना बिल्‍कुल पंसद नही करते है , ओवरलोड डालने से गाडी को नुकसान होता है। इस बिजनेस मे सबसे बडी दिक्‍कत तो यह आ रही है एक तो भाडे के रेट पूरे नही मिलते है ,आज कल माल न मिलने को लेकर भी दिक्‍कत आ रही है। टैक्‍स और टोल टैक्‍स काफी बढ गए है। इनका सुझाव है कि सरकार को एक ऐसा रूल बनाना चाहिए कि जिससे भाडे के रेट फिक्‍स हो और रोड टैक्‍स या टोल टैक्‍स मे से एक टैक्‍स लगना चाहिए। अगर सरकार इन छोटी छोटी चीजों पर ध्‍यान देना शुरू कर दे तो यह काम बढिया ही चलेगा जिससे देश और ट्रांसपोर्टस दोनो का ही फायदा होगा।

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