मंदी के कारण काम कम हुआ है: transporter-mamraj

मामराज जी डेरा बस्‍सी के रहने वाले है  इनका कहना है कि इन्‍होंने एक गाडी से  ट्रांसपोर्टस के काम की शुरूआत की थी अब इनके पास   खुुद की तीन गाडिया  है। इनका कहना है कि पिछले पांच छह सालों से काम कम हो गया है। पंजाब में ट्रक यूनियन  फेल हो गई है पहले यूनियन में 1850  गाडियां चलती थी लेकिन अब यूनियन के फेल होने से अब यूनियन में 900 गाडियां ही रह गई है। जब काम शुरू किया  था तब काम बढिया चल रहा  था लेकिन अब काम कम हो गया है। इनका कहना  है  कि जब काम शुरू  किया  था तब एक लाख  में एक गाडी ली थी एक लाख  से अपनी तीन गाडियां बना ली। अब गाडी के लिए माल ही नही मिलता है  गाडियों को लोडिंग  के लिए  माल ही नही मिल रहा है । जीपीएस  का  फायदा है व्‍यापारियों को और गाडी के मालिक को पता रहता है कि गाडी कहा पर माल लेकर पहुंची है। ई वे बिल का काफी फायदा है , बार्डर पर  गाडियों को बार बार चैक नही करना पडता गाडी सीधा  वही पहुंच जाती है जहां उसे माल पहुंचाना होता  है। बार्डर पर गाडी को बार बार चैक करवाने के चक्‍कर में समय नही वेस्‍ट करना पडता है। मामराज जी ओवर लोड को गलत मानते है । इनका कहना  है कि ओवरलोड से गाडी को ही नुकसान होता है। इस बिजनेस की सबसे बडी दिक्‍कत यह आ रही है कि अब गाडी के लिए माल नही मिल पाता समय पर जो कि आज सबसे बडी दिक्‍कत का कारण बना हुआ है ट्रांसपोर्टस के बिजनेस के लिए टोल टैक्‍स भी काफी बढ गए है। इनका कहना है कि पिछले चार सालो से काम काफी कम हो गया है जो कि ट्रांसपोर्टस के लिए परेशानी का कारण  है। सरकार को इस  ओर  ध्‍यान देने की जरूरत है।

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