भाडे के रेट बढने चाहिए और टैक्स को कम करना चाहिए : transporter-kamaljeet-singh
कमलजीत सिंह जी डेराबसी के रहने वाले है। इनका कहना है कि इन्होंने एक गाडी के साथ ट्रांसपोर्टस बिजनेस की शुरूआत की थी अब इनके पास खुद की 6 गाडियां है। आज ट्रांसपोर्टस बिजनेस ऑनलाइन हो गया है ऑनलाइन सिस्टम से फायदा तो इस बिजनेस को यदि भाडे के रेट सही मिले तो ऑनलाइन सिस्टम से काफी फायदा होगा। ई वे बिल के आने से तो फायदा है। ई वे बिल के आने से सारा काम एक नंबर में हो गया है। दो नंबर का काम बंद हो गया है। इनका कहना है कि गाडी में ओवर लोड नही होना चाहिए अंडर लोड गाडी चलाना सही रहता है। अंडरलोड गाडी चलाने से गाडी को भी नुकसान नही होता है। गाडी की सेफटी बनी रहती है। इस बिजनेस की सबसे बडी दिक्कत यह है कि गाडी को माल नही मिला लोडिंग के लिए और भाडे के रेट सही नही मिलते है। सबसे बडी दिक्कत यह है कि आज एक गाडी का खर्चा एक साल का डेढ लाख है जो कि काम न होने की वजह से निकालना मुश्किल है इसके अलावा गाडी के टायर महंगे है। आज के टाईम हर चीज के रेट बढ गए है। डीजल मंहगा हो गया है। टोल टैक्स के रेट बहुत ज्यादा है। गाडियों के इंश्योरेंस काफी मंहगे है। आज एक गाडी मालिक को कुछ नही बच रहा है गाडी का मालिक अपनी जेब से पैसा लगा कर काम को कर रहा है। गाडी की किश्ते निकालनी मुश्किल हो गई है। सरकार को चाहिए कि भाडे के रेट किलोमीटर के हिसाब से तय होने चाहिए और टैक्सों में रियायत मिलनी चाहिए। सरकार को इस ओर भी ध्यान देना चाहिए ताकि ट्रांसपोर्टस को भी कुछ बच सके। इनका सुझाव है कि भाडे के रेट बढने चाहिए और टैक्स को कम करना चाहिए। इससे ट्रांसपोर्ट बिजनेस को थोड़ी राहत मिल सकेगी।
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