सुखजोत सिंह ने खुद ट्रक चलाकर बनाए तीन ट्रक और तीन टेलर

* सुखजोत सिंह कहते है कि कडी मेहनत से जरूर मिलेगी सफलता

यदि transport लाइन में कामयाबी हासिल करनी है तो वो कडी मेहनत से ही मुमकिन हॅ। इस बात के गवाह है transporter सुखजोत सिंह, जिन्‍होंने इस लाइन में आज एक मुकाम हासिल कर लिया है। सुखजाेत सिह को ट्रांसपोर्ट लाइन का काफी अच्‍छा अनुभव हॅै। उन्‍होंने अपने अनुभव व सुझावों को ट्रक सुविधा के साथ सांझा किया।
सुखजोत सिंह जी पंजाब में लुधियाना के रहने वाले है।इनके पास खुद के तीन ट्रक और तीन टेलर है। सुखजोत सिंह अपनी सफलता का राज बताते हुए कहते है कि वे खुद गाडी चलाकर इस बिजनेस में सफल हुए है।बीच बीच में कई बार कठिनाईयां आई लेकिन इन्‍होंने हार नहीं मानी और मुसीबतों का डटकर सामना किया। सुखजोत सिंह बताते है कि जब से इस काम की शुरूआत की तब से लेकर अब तक यह चेंज देखने को मिला है कि अब  काम कम हुआ  है। अब माल मिलने में दिक्‍कत आती है क्‍योंकि कई छोटी फैक्टिरियां बंद हो गई है। ट्रांसपोर्ट लाइन में आनलाइन सिस्‍टम को वे  अच्‍छा मानते है। आनलाइन सिस्‍टम का सबसे बडा फायदा ई वे बिल के कारण हुआ है। इे वे बिल के कारण काफी बार्डर खत्‍म कर दिए गए है। पहले गाडी को बार्डर से पार करने के लिए दो से तीन दिन लग जाते थे लेकिन ई वे बिल के होने से यह फायदा हुआ है कि गाडी बार्डर से असानी से निकल जाती है।  इससे माल जल्‍दी पहुंच जाता हे। सुखजोत सिंह ओवरलोड को गलत मानते है। उनका मानना है कि गाडी में ओवरलोड करने से भाडे के रेट भी सही नही मिलते है। वे कहते है कि रास्‍ते में आरटीओ वाले और पुलिस वाले तंग करते है।  इस  बिजनेस में सबसे ज्‍यादा दिक्‍कत यह आ रही है कि रिश्‍वतखोरी और पुलिस वाले और आरटीओ  वाले परेशन करते है। इनका सुझाव  है कि इस बिजनेस को तभी फायदा होगा जब दलाल लोग खत्‍म हो जाए। साथ ही इस बिजनेस में  रोड टैक्‍स, टोल टैक्‍सऔर  इंश्‍योरेंस कम होने चाहिए।

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