एक ट्रांसपोर्टस कई तरह के टैक्‍स पे करता है : transporter-jasvinder-singh

जसविन्‍द्र सिंह जी कपूरथला के रहने वाले है। उनके पास खुद की चार गाडि़यां है। उनका कहना है कि इस बिजनेस में मेहनत बहुत है। जो लोग मेहनत करते हैं, उन्‍हेें कामयाबी जरूर मिलती है। उनका कहना है कि ट्रांसपोर्ट का काम अब आनलाइन हो गया है। गाडी को ऑनलाइन माल मिल जाता है और गाडी के डाक्‍यूमेंट भी ऑनलाइन बन जाते है। गाडियों में जीपीएस के लगे होने से गाडी पर आसनी से नजर रख सकते है। जीपीएस की सहायता से गाडी की लोकेशन को कभी भी चैक करके देख सकते है। जीपीएस की सहायता से गाडी का मालिक पार्टी को गाडी की लोकेशन को चैक करके बता सकता है कि गाडी कहां पर माल लेकर पहुंच गई है। जसविन्‍द्र सिंह जी गाडियों में अंडरलोड डालते है । उनका मानना है कि अंडरलोड माल डालने से गाडी सुरक्षित रहती है। गाडी में रखा हुआ माल सुरक्षित रहता है और ड्राइवर की जान भी सेफ रहती है। जसविन्‍द्र सिंह जी ने बताया कि इन दिनों मार्केट में काफी मंदी छाई हुई है मार्केट में मंदी की वजह से गाडियों को आसानी से माल नही मिल पा रहा है। मार्केट के डाऊन होने से ट्रांसपोट्रस का काम भी मंदा ही चल रहा है।  उनका कहना है कि इस बिजनेस में सबसे बडी दिक्‍कत यह आ रही है आज के समय मे गाडी के खर्चे ज्‍यादा है गाडी से इंकम कम है । पहले इंनकम ज्‍यादा थी गाडी के खर्चे कम थे। डीजल के रेट  बढ गए है। गाडी में  इंश्‍योरेंस भी बढ गए है । मंदी के कारण गाडी को माल नही मिल रहा है। भाडा भी टाईम पर नही मिल रहा है। पार्टियां काम करवाकर पैसा पूरा नही देती है। एक ट्रांसपोर्टस कई तरह के टैक्‍स पे करता है। इंदरजीत सिंह जी ने सुझाव दिया कि सरकार ट्रांसपोर्टस के लिए कुछ सोचें और टैक्‍स में छूट दे।

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