सरकार को ड्राइवरों के लिए पेंशन योजना व बीमा योजना बननी चाहिए : transporter-gurvinder-singh
गुरविन्द्र सिंह जी पंजाब के पटियाला के रहने वाले है। इनका कहना है कि इन्हें ट्रांसपोर्टस लाइन में काम करते हुए 13 साल हो गए है। इनका कहना है कि इन्होंने ट्रांसपोर्टस की लाइन में आने से पहले ड्राइवरी सीखी पर पहले ड्राइवरी का काम भी किया है फिर एक गाडी से दो गाडियां तैयार की। आज के डिजिटल युग में मोबाइल व कंप्यूटर का प्रयोग करते है। इनका कहना है कि आज का युग डिजिटल का युग है और डिजिटल सुविधाओं के साथ जुडकर यह अपना काम और बढाना चाहते है। इनका कहना है किआनलाइन कंपनियों सेमाल आसानी से मिल जाता है। ट्रांसपोर्ट लाइन के लिए अानलाइन कंपनियां बहुत फायदेमंद साबित हो रही है। इनका कहना है कि जीएसटी लगने के बाद काम बढिया चल रहा है पहले भी काम बढिया था जब जीएसटी नही लगी थी और अब भी बढिया चल रहा है । इनका कहना है कि पहले गाडिया का हक पूरा नही मिलता था अब गाडियों को हक पूरा मिलता है। डीजल के रेट बढते है तो भाडे के रेट को भी कुछ प्रतिशत बढाना चाहिए। इनका कहना है कि गाडी तो अंडरलोड चालना ही सही हैा ज्यादा ओवरलोड से गाडी को ही नुकसान होता है। इनका मानना है कि ट्रांसपोर्टस के बिजनेस में सबसे बडी दिक्कत यह आती है कि पहले तो गाडी के लिए माल नही मिल पाता अगर मिल भी जाए तो समय पर गाडी को अनलोड नही किया जाता है गाडी को तीन चार दिन खडा करके रखते है। सरकार से चाहते है कि गाडियों का किराया भाडा बढना चाहिए पर किलोमीटर के हिसाब से भाडा तय करना चाहिए सरकार को और ड्राइवरों के लिए पेंशन योजना व बीमा योजना बननी चाहिए। इसके अलावा ट्रांसपोेर्ट लाइन से टैक्स भी कम करने चाहिए। रोड टैक्स या टोल टैक्स में से एक ही होना चाहिए।
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