पहले सडकें सही नही थी, अब सडके काफी अच्‍छी हो गई है : transporter-mahesh-kumar

महेश कुमार जी  पंजाब के बठिंडा के रहने वाले है। इनकी उम्र 55 साल है। इनका कहना है कि एक ट्रक से इन्‍होंने काम की शुरूआत की थी अपनी मेहनत के बल पर इन्‍होंने धीरे धीरे करके एक ट्रक से सात ट्रक  बनाए ।  इनका कहना है कि इन्‍होंने कडी मेहनत करके इस लाइन  में सफलता हासिल की । आइए जानते है कि किस तरह से इन्‍होंने ने एक से सात ट्रको का सफर कैसे तय  किया। इनका कहना  है कि इन्‍होंने सबसे पहले ड्राइवरी सीखी और कुछ सालो तक ड्राइवर का काम किया। ड्राइवरी करके फिर धीरे धीरे खुद के ट्रक ले लिए । इनका  कहना है जब से काम की शुरूआत की और तब तक यह चेंज देखने को मिला है कि पहले सडकें सही नही थी, अब सडके काफी अच्‍छी हो गई है और पहले 10 लाख तक की गाडी आ जाती थी अब गा‍डी के रेट 25 लाख हो गया है। पहले डीजल का रेट 5 से 7 रूपए तक का थ अब डीजल का रेट 65 से 70  रूपए हो गया है। इनका कहना है कि अब ऑनलाइन बिजनेस होने से फायदा हुआ है ट्रांसपोर्टस को । ई वे बिल  से भी फायदा  हुआ है । इससे समय की बचत हुई है । अब बार्डर पर गाडियों को रूकना नही पडता है। इनका कहना है कि गाडियों में ओवरलोड नही होना चाहिए। ओवरलोड करने से एक तो लाइफ का  रिक्‍स होता है  और ओवलोड करने से गाडी को भी काफी नुकसान होता है।  इनका कहना है कि इस बिजनेस  इनका  सुझाव है कि ओवरलोड गाडियों में बंद होना चाहिए। सरकार ने 20 प्रतिशत लोडिंग बढा दी है, उसे बंद  कर देना चाहिए। टोल टैक्‍स में रियायत मिलनी चाहिए क्‍योंकि ट्रांसपोर्टर्स से रोड टैक्‍स तो लिया जा रहा है फिर टोल टैक्‍स क्‍यों । सरकार इस लाइन पर ध्‍यान देें  और टैक्‍स में छूट दें।

You may also like...

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *