फास्‍ट टैग के चालू होने से  ठग बाजी खत्‍म हुई है : transporter-arvind

लुधियाना के रहने वाले अरविन्‍द ट्रांसपोर्टस लाइन में काम करते है। उन्‍होंने एक गाड़ी ,के साथ ट्रांसपोर्टस के काम की शुरूआत की थी। इस समय उनके पास पांच ट्रक है। अरविन्‍द जी ने बताया कि उनका ट्रांसपोर्टस का बिजनेस बहुत ही बढिया चल रहा है। अरविन्‍द ने बताया कि ट्रांसपोर्टस लाइन के काम में किसी भी तरह से कोई परेशानी नही है भगवान की कृपा से काम बढिया चल रहा है। अरविन्‍द ने बताया कि गाडियों में जीपीएस के लगे होने से ट्रांसपोर्टस लाइन को काफी फायदा होता है गाडी और माल दोनो को जीपीएस की सहायता से देख सकते है। ड्राइवर लोग भी झूठ बोल कर गाडी को ईधर उधर नही ले जा सकते है। अरविन्‍द ने बताया कि ई वे बिल के आने से ट्रांसपोर्टस लाइन का काम सरल व आसान हुआ है। दो नंबर का काम बंद हुआ है। बार्डर से बैरियर हटे है। अरविन्‍द जी ने बताया कि फास्‍ट टैग के चालू होने से  ठग बाजी और गुंडा टैक्‍स और टोल पर पर्ची देकर ज्‍यादा टोल को वसूल करना खत्‍म हुआ है। पहले टोल पर 400 रूपए टोल भरते थे। लेकिन फास्‍ट टैग के लगवाने से 400 की वजाए 350 टोल भरते है। जो टोल बैरियर पर टोल ज्‍यादा वसूल करते थे वह अब नही कर पाते है फास्‍ट टैग के शुरू होने से तो फायदा ही हुआ है। अरविन्‍द ने मोटर व्‍हीकल एक्‍ट पर अपने विचार रखते हुए कहा कि सरकार ने ठीक किया है कुछ हद तक तो चालान के रेट बढाकर लेकिन कुछ पुलिस वाले इसका गलत फायदा भी उठा सकते है। पुलिस वाले गलत फायदा उठाते है तो नुकसान झेलना पडता है। अरविन्‍द जी ने बताया कि गाडियां हमेशा ही अंडरलोड चलाते है ओवरलोड डालने पर हमारी गाडी को ही नुकसान झेलना पडता है। अंडरलोड गाडी चलाने से गाडी के ट्रायर सुरक्षित रहते है। अरविन्‍द ने सुझाव दिया कि गाडी के इंश्‍योरेंस के रेट कम होने चाहिए।

 

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