ट्रांसपोर्टर जयदेव ने कडी मेहनत से बनाए 45 ट्रक

ट्रांसपोर्टर जयदेव के पास  45 ट्रक हैं, जो उन्‍होंने 15 सालों की  कडी मेहनत से बनाए है। उनका मानना है कि इस लाइन में चालान की बडी समस्‍या है।

आप कितने साल से टांसपोर्ट लाइन में है ?

पिछले 15 साल से ट्रांसपोर्टर लाईन में है।

पहले कितने ट्रक थे और आज कितने हैं ?

पहले एक था और अब 45 ट्रक  हैं ।

आप मोबाइल, कंप्यूटर और इंटरनेट का इस्‍तेमाल करते है ?

मोबाइल का इस्‍तमाल करता हूं।

क्या आप ऑनलाइन ऐसी सुविधा का उपयोग करना चाहेंगे जिसमे आप अपने खाली ट्रक के लिए माल ढूंढ पाए?

हॉ

जीएसटी लगने के बाद ट्रासंपोर्ट लाइन में क्‍या चेंज आया है ?

जीएसटी लगने के बाद ट्रासंपोर्ट लाइन में बडा चेंज यह है कि अब समय बच जाता है।

डीजल के रेट बढने पर क्‍या भाडा भी बढना चाहिए ?

हा, भाडा बिल्‍कुल बढना चाहिए।

ओवरलोडिड पर रोक को क्या आप सही मानते है ?

गाडी अंडर लो‍डिड ही सही है। ओवरलोड सेव नही है। एक तो ड्राईवर को खतरा है ओवरलोड करके गाडी चलाने में, दूसरा गाडी के ट्रायर घिस जाते है।

ट्रांसपोर्ट लाइन में क्‍या दिक्‍कते आ रही हैं ?

ट्रांसपोर्ट में सबसे बडी दिक्‍कत चालान को लेकर है। रोड टैक्‍स भी  काफी  ज्‍यादा  है।

सरकार से आप क्या चाहते हैं ?

यदि सरकार ऑनलाइन बिल काट सकती है  तो ऐसा सिस्‍टम होना चाहिए कि बिल को भर भी सके ताकि हमें भी फायदा हो, हमारी गाडी बिल के भुगतान के लिए खडी न रहे।

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