ट्रांसपोर्टर आदर्श सिंह ने मेहनत के बलबूते हासिल किया मुकाम

26 साल के आदर्श सिंह दूसरे ट्रांसपोर्टर के लिए मिसाल है। उन्‍होंने 18 साल की उम्र में गुजरात में जाकर दो ट्रकोें से ट्रांसपोर्ट का बिजनेस शुरू किया और आज उनके पास 26 ट्रक है। यह सफलता उन्‍होंने अपनी मेहनत के बलबूते पाई। उनकी सोच थोडी हट के हैं। आइए उनके बारे में जानते हैं…………

आप कितने साल से टांसपोर्ट व्यवसाय में है ?

आठ साल से हूं।

पहले कितने ट्क थे और आज कितने हैं ?

दो ट्रक से काम शुरू किया था। अब 28 ट्रक है।

आप मोबाइल, कंप्यूटर और इंटरनेट का इस्‍तेमाल करते है ?

अधिकतर मोबाइल का यूज करता हूं। कंप्‍यूटर का इस्‍तेमाल करने का टाइम नहीं मिलता है।

क्या आप ऑनलाइन ऐसी सुविधा का उपयोग करना चाहेंगे जिसमे आप अपने खाली ट्रक के लिए माल ढूंढ पाए?

जरूर करूंगा।

इस व्यवसाय में पिछले २० सालों में कितना बदलाव आया है ?

खर्चे, इंश्‍योरेंस काफी बढ गए हैं।

गुडस टैक्स और रोड टैक्स 10 सालो में कितना बढे और क्या उस अनुपात में आय बढी है ?

टोल टैक्‍स और अन्‍य टैक्‍स लगभग दुगने हो गए है, लेकिन भाडा नहीं बढा है।

डीजल के दाम में बार-बार बढोतरी होने पर क्या भाडा भी बढना चाहिए ?

डीजल के रेट कुछ पैसे ही या एक रूपए तक ही बढते हैं, इतने में भाडा बढाना मुश्किल होता है।

ओवरलोडिड पर रोक को क्या आप सही मानते है ?

कुछ हद तक सही है। इससे ट्रांसपोर्टर का खर्चा कम हो जाता है। ओवरलोड तीन चार टन तक ही ठीक है।

टासंपोर्ट व्यवसाय को किन मुश्किलों का सामना करना पड रहा है ?

सबसे बडी मुश्किल भाडा मिलने की है।

जीएसटी लगने के बाद ट्रांसपोर्ट बिजनेस को फायदा हुआ है या नहीं ?

बहुत फायदा हुआ है। अब काम फटाफट हो जाता है। जगह जगह गाडी रोाकने की जरूरत नहीं पडती।

सरकार से आप क्या चाहते हैं ?

हम सरकार को जो टैक्‍स देते हैं। सरकार उसे विकास कार्यों पर खर्च करती है। आज सडकें कितनी अच्‍छी हो गई हैं। ये हमारे टैक्‍स से ही बनी हैं।

युवा टांसपोर्टरो को आप क्या संदेश देना चाहेंगे ?

मेहनत से कभी घबराए नहीं। मेहनत से ही आप इस लाइन में सफलता पा सकते हैं।

 

 

 

 

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