टोल टैक्‍स और इंश्‍योरेंस के रेट कम होने चाहिए : transporter kamaljeet singh

कमलजीत सिंह जी हिसार के रहने वाले है। इनके पास खुद की दो गाडियां है। इनका कहना है कि ट्रांसपोर्टस के बिजनेस के होने से फायदा तो काफी है , लेकिन इससे होने वाले फायदों के बारे में ज्‍यादातर लोगों को जानकारी नही  है। अब ट्रांसपोर्ट बिजनेस आनलाइन हो गया है, जिन्‍हें इसके बारे में पता है वो इसका पूरा फायदा उठा रहे है। इससे उन्‍हें प्रोफिट भी हो रहा है। ऑनलाइन सिस्‍टम का उपयोग पढे लिखे लोग बहुत ही बेहतर तरीके से कर पाते है । ऑनलाइन पेमेट हो जाती है अब गाडियों में ऑनलाइन डीजल डलवा सकते है। गाडियों में जीपीएस के लगे होने से यह फायदा होता है कि गाडियों की लोकेशन का पता रहता है कि गाडी कहां पर खडी है। इनका कहना है कि ई वे बिल के ट्रांसपोर्टस लाइन में आने से काफी फायदे है। ई वे बिल पास होने से सेल्‍स टैक्‍स वाले लोग अब परेशान नही कर पाते है, जबकि ई वे बिल के बिना बहुत परेशानियों का सामना करना पडता है। ई वे बिल के आने से  अब काम साफ सुथरा हो गया है , पास में ई वे बिल है तो कोई भी गाडी वाले को परेशान नही कर सकता है। पहले हर राज्‍य में एंटरी करने पर उसकी पर्ची बनती है। अब ऐसा नहीं हे। कमलजीत सिंह जी गाडियों को अंडरलोड ही चलाना पंसद करते है। इनका कहना है कि गाडी को अंडरलोड चलाने से गाडी को कोई नुकसान नही होता है। अंडरलोड गाडी  है चलाने से गाडी भी सेफ  रहती है और गाडी में पडा माल भी सेफ ही रहता है। उनका मानना है कि इस बिजनेस में सबसे बडी दिक्‍कत यह आ रही है कि गाडी को माल नही मिल रहा है लोडिंग के लिए, आजकल मार्केट डाऊन चल रही है। इनका सुझाव है कि टोल टैक्‍स और इंश्‍योरेंस के रेट कम होने चाहिए।

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