ओवरलोड हो या अंडरलोड, एक ही रूल पर सब पर हो लागू : शेश सिंह

*ट्रांसपोर्टर शेश सिंह ने छोटी गाडियोंं से काम शुरू कर 11 सालों मे बनाए 12 ट्रक, दूसरों के लिए बने मिसाल

पंजाब के शेश सिंह उर्फ अर्जुन  जी ने ट्रांसपोर्ट बिजनेस में एक दशक के भीतर उंचा मुकाम हासिल किया है। सही मायनोे में शेश सिंह उन लोगों के लिए एक मिसाल है जो ट्रांसपोर्ट लाइन में अपना फयूचर बनाने की सोच रहे है।  शेश सिंह उर्फ अर्जुन  जी 11 सालों से ट्रांसपोर्ट लाइन में काम कर रहे है। इनका कहना है कि छोटी गाडियों से इन्‍होंने काम की शुरूआत की थी। अब इनके पास 10 से 12 ट्रक अपने है। आइए जानते है कि इन्‍होने 12 ट्रकों को बनाने का सफर किस तरह से तय किया। शेश सिंह ने बताया कि उन्‍होने छोटी गाडियों से काम की शुरूआत की थी।
छोटी गाडियों पर अपना हाथ खोलकर पैसे कमाने शुरू किए । फिर धीरे धीरे पैसा जोडना शुरू किया। एक एक करके गाडी खरीदनी शुरू की और अपना काम बढाया। फिर धीरे धीर एक से दो ट्रक और दो से तीन ट्रक बनाए। बतौर शेश सिंह मेहनत कामयाब होने लगी तो इसी तरह से मेहनत करता रहा। अब मैंने अपनी मेहनत के आसरे 12 ट्रक तैयार किए। शेश सिंह मोबाइल का इस्‍तेमाल करते है। उनका मानना है कि ट्रांसपोर्ट लाइन को आनलाइन सिस्‍टम से फायदा हुआ है। वे ऐसी ऑनलाइन सुविधा से जुडना चाहते है जिससे काम को बढाने में मदद मिले। शेश सिंह का कहना है कि जीएसटी का हमारे काम पर कुछ खास असर नही हुआ है। पहले भी काम चल रहा था और अब भी चल रहा है। पहले काम अच्‍छा था अब तो मार्केट में कम्‍पटीशन काफी बढ गया है। उनका मानना है कि डीजल के रेट बढते है तो भाडा तो सरकार को बढाना ही चाहिए। ट्रांसपोर्ट लाइन की दिक्‍कतों के बारे में उनका कहना है कि बिजनेस में तो सबसे बडी दिक्‍कत यह आई है कि टोल के रेट काफी बढ गए है। गाडियों में इंश्‍योरेंस भी काफी हद तक बढी है। ओवरलोड के बारे में उनका कहना है कि यह गलत है। सरकार एक रूल बनाकर यह सुनिश्‍चत करें कि  सभी गाडियों में माल अंडर लोड ही होना चाहिए। अगर गाडियों में माल ओवरलोड है तो सभी ओवरलोड ही गाडी चलनी चाहिए। अंडर लोड और ओवर लोड के चक्‍कर में ड्राइवरों का काम खराब होता है। सरकार को एक फिक्‍स रूल बनाना चाहिए कि गाडी ओवरलोड चलेगी या अंडरलोड, इससे सभी ट्रांसपोर्ट को भी फायदा होगा।

 

 

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