ट्रांसपोर्टर अजीत कहते है कि GST लागू होने के बाद ड्राइवरों की नींद पूरी हो रही है……

ट्रांसपोर्टर अजीत ने ट्रक सुविधा के साथ सांझा किए अपने विचार …

ट्रांसपोर्ट लाइन से जुडे अजीत 20 सालोें से इस लाइन में है। वह जयपुर के रहने वाले है। इन सालो में अजीत ने ट्रांसपोट्र लाइन को काफी करीब से समझा और जाना। ट्रांसपोर्ट लाइन के डिजिटलाइजेशन को अजीत अच्‍छा मानते है। उनका कहना है कि इससे ट्रांसपोर्ट लाइन को फायदा होगा। अजीत खुद भी इंटरनेट पर इस लाइन के बारे में अधिक से अधिक जानने में लगे रहते है। अजीत का मानना है कि जीएसटी लगने के बाद ट्रांसपोर्ट लाइन को काफी फायदा हो गया है। अब रास्‍ते में जगह जगह पेपर चेक कराने के लिए गाडी नहीं रोकनी पडती। पहले जहां माल चार दिन में पहुंचता था, अब वहां चार दिन में ही पहुंच जाता है। इससे ड्राइवरों को भी राहत मिल गई है। पहले वे जल्‍दी गाडी पहुंचाने के लिए दिन रात गाडी चलाते थे। जीएसट के बाद समय बचने से वे रास्‍ते में अपनी नींद पूरी कर लेते हैं। लगातार गाडी चलाने से एक्‍सीडेंट का डर बना रहता था, जबकि अब ऐसा नहीं है क्‍योकि ड्राइवर की नींद पूरी हो जाती है। अजीत जी का मानना है कि डीजल के रेट बार बार बढते है तो भाडा भी थोडा थोडा बढना चाहिए। अजीत ओवरलोड को अचछा नहीं मानते है। उनका कहना है कि ओवरलोड से गाडी को ही नुकसान होता है और टायर जल्‍दी घिस जाते है। जितनी कमाई ओवरलोड से होती है, उतना गाडी की मेनटेंनेंस और टायर पर खर्च हो जाता है। इसलिए अंडरलोड ही सही है। इससे एक्‍सीडेंट का खतरा भी कम रहता है। अजीत जी का मानना है कि ट्रांसपोर्ट बिजनेस में दिक्‍कते ही दिक्‍कते हैं। बार बारडीजल के रेट बढ जाते हैं, जिसका  नुक्‍सान ट्रांसपोर्टर को ही होता है। टोल टैक्‍स काफी ज्‍यादा हो गए है। रास्‍ते मे पुलिस ट्रक ड्राइवरों को काफी परेशान करती है।अजीत जी का सुझाव है कि रास्‍ते में ड्राइवर भाईयों के लिए सुविधा व आराम की व्‍यवस्‍था होनी चाहिए। ड्राइवरों को कोई भी परेशान करता रहता है तो सरकार को इस बात पर ध्‍यान देना चाहिए। पुलिस वाले ड्राइवरों के साथ अच्‍छा व्‍यवहार करें।

 

You may also like...

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *