नए मोटर व्‍हीकल एक्‍ट में चालान की रकम बढाने पर बढ रहा है भ्रष्‍टाचार : transporter rakesh

राकेश वर्मा जी हरियाणा के करनाल के रहने वाले है। जब उन्‍होंने काम की शुरूआत की थी तो उनके पास खुद की कोई  गाडी नहीं थी। लेकिन आज उनके पास 100  गाडियां अपनी हैं। ये उनकी कडी मेहनत का नतीजा है। उनका कहना है कि जब ट्रांसपोर्टस के काम की शुरूआत की थी तब काम बढिया चल रहा था और भगवान की कृपा से अब भी ट्रांसपोर्टस का काम बढिया ही चल रहा है। राकेश जी ई वे बिल को ट्रांसपोर्टस लाइन के लिए अच्‍छा मानते  है।उनका कहना है कि ई वे बिल  के आने से भष्‍ट्राचार खत्‍म हुआ है। अब और  भी कई तरह की परेशानिया खत्‍म हुई है। बार्डर से बैरियर हट गए है।  राकेश जी गाडी को अंडरलोड चलाना ही पंसद करते है । उनका कहना है कि अंडरलोड गाडी को चलाने से गाडी को नुकसान नही होता है। अंडरलोड गाडी को चलाने से गाडी के टायर सुरक्षित रहते है। अंडरलोड गाडी चलाने से गाडी मे रखा हुआ माल सुरक्षित रहता है और ड्राइवर की जान जाने का खतरा कम रहता है इसलिए गाडियों के लिए अंडरलोड ही सही है। गाडी को ओवरलोड भर कर चलाने से गाडी के टायर फटने का भय रहता है और एक्‍सीडेंट का ज्‍यादा खतरा रहता है । राकेश जी ने बताया  की ट्रांसपोर्टस लाइन में सबसे ज्‍यादा दिक्‍कत यह आती है कि गाडी के डीजल के आए दिन बढते रहते है और गाडी के टायर के रेट भी काफी बढ गए है। इसके अलावा  गाडी के इंश्‍योरेंस और टैक्‍स काफी बढ गए है । नए motor vehicle  act  व्‍हीकल एक्‍ट के बारे मे राकेश जी ने कहा कि चालान  के रेट काफी  बढा दिए है जो की एक गरीब आदमी के लिए बहुत ही ज्‍यादा  है। गलती करने पर जुर्माना होना चाहिए लेकिन  जुर्माना एक लिमेट में ही होना चाहिए। ज्‍यादा जुर्माना करप्‍शन  को बढा  रहा है । पुलिस  वाले भी गाडी के कागज पूरे होने पर किसी न किसी तरीके का  चलान बना ही देते है। इससे गरीब लोग तो मारे जाएंगे। उनका सुझाव है कि सरकार को चालान के रेट कम करने चाहिए।

 

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