ट्रांसपोर्ट से कई लोगों को मिला है रोजगार : transporter-sikander-singh

सिकंदर सिंह जी पंजाब में जालंधर के रहने वाले है। इनके पास खुद की150 गाडियां है। इनका कहना है कि इनका बिजनेस बहुत ही बढिया चल रहा है। इनका कहना है कि इस बिजनेस में ई वे बिल के आने से यह फायदा है कि ई वे बिल से समय की बचत होती है। अब गाडी समय से माल पहुंचा कर आ जाती है , अब बार्डर पर गाडी को बार बार चैक करवाने के लिए बार बार नही रूकना पडता है। ई वे बिल के आने से व्‍यपारी लोगो को बहुत ही फायदा हुआ है। इनका कहना है कि गाडी को अंडरलोड चलाने से गाडी को नुकसान नही होता है । अंडरलोड गाडी चलाने से डीजल की खपत ज्‍यादा नही होती है। इस बिजनेस में सबसे बडी दिक्‍कत यह आ रही है कि भाडे के रेट नही बढते और डीजल के रेट आए दिन बढ रहे है। गाडी के खर्चे इतने बढ गए है कि गाडी का खर्चा निकालना मुश्‍किल हो गया है। गाडी के इंश्‍योरेस इतने बढ गए है। इनका कहना है कि जब काम शुरू किया था तब काम बढिया था पर आज ट्रांसपोर्टस के काम में कमी हो गई है। इनका कहना है कि ट्रांसपोर्ट बिजनेस से कई लोगों को रोजगार मिलता है। ट्रक मालिक, ड्राइवर, क्‍लीनर तो सीधे तौर पर इससे जुड़े होते है। इसके अलावा गाड़ी मैकेनिक, टायर पंचर वाले, चाय वाले, पार्टस बेचने वाले, गाड़ी  के कागज बनाने वाले इन सब को ट्रांसपोर्ट से ही काम मिलता है। सरकार को चाहिए कि ट्रांसपोर्ट लाइन में टैक्‍स कम करें ताकि यह धंधा ठभ्‍क से चल सके। अगर ट्रांसपोर्ट लाइन में कमाई होगी तो ही दूसरे लोग इस धंधे में आएंगे।उनका कहना है कि गाडि़यों को टोल टैक्‍स में छूट देनी चाहिए।  उनका सुझाव है कि एक तो इंश्‍योरेंस के रेट कम होने चाहिए और गाडी को काम के लिए माल मिलना चाहिए।

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