टैक्स और बीमे के रेट कम होने चाहिए : transporter-ramesh-kumar
रमेंश जी पंजाब में मुकसर के रहने वाले है। इनका कहना है कि इन्होंने एक गाडी के साथ इस काम की शुरूआत की आज इनके पास खुद की तीन गाडियां है। इनका कहना है कि इस बिजनेस में मेहनत करके ही सफलता मिली है। इनका कहना है कि जब से इस काम की शुरूआत की है तब से लेकर अब तक इस काम में यह चेज आया है कि पहले डीजल के रेट 30 रूपए लीटर था और आज डीजल का रेट 70 रूपए प्रतिलीटर है। इनका कहना है कि जीएसटी के लगने से भी इस काम में काफी चेंज आया है। आज ट्रांसपोर्टस बिजनेस ऑनलाइन हो रहा है तो ऑनलाइन सिस्टत से इस लाइन को काफी फायदा होगा। गाडियों में जीपीएस के लगे होने से यह फायदा है कि गाडियों में जीपीएस लगा हो तो गाडी की लोकेशन का पता रहता है कि गाडी कहा पर खडी है किस स्पीड से गाडी चल रही है आज के टाईम हम ऑनलाइन पेमेंट कर सकते है गाडी में ऑनलाइन ही डीजल डलवा सकते है। ऑनलाइन सिस्टम का बहुत फायदा होगा ट्रांसपोर्टस लाइन को। ई वे बिल का ट्रांसपोर्टस लाइन को काफी फायदा हुआ है अब बार्डर के उठने से समय की बचत हो जाती है गाडी समय से माल पहुंचाकर पहुंच जाती है। उनका कहना है कि गाडी मे ओवरलोड होने से गाडी को नुकसान होता है। ओवरलोड से गाडी की बार बार रिपेयर करवानी पडती है गाडी में ओवरलोड डालने से गाडी डीजल जाता पीती है। इस बिजनेस में सबसे बडी दिक्कत यह आ रही है कि आरटीओ और पुलिस वाले ज्यादा परेशान करते है इस बिजनेस में आज एक गाडी का खर्चा एक लाख आता है ये भी सबसे बडी दिक्कत का कारण है। इनका सुझाव है कि ओवरलोड बंद होने चाहिए टोल टैक्स और बीमे के रेट कम होने चाहिए तभी काम बढिया चलेगा।
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