सरकार को चालान के रेट कम करने चाहिए: transporter-gurvinder-singh

गुरविन्‍द्र जी पंजाब में खन्‍ना के रहने वाले है। गुरविन्‍द्र जी ने एक ट्रक के साथ ट्रांसपोर्टस के काम की शुरूआत की थी। गुरविन्‍द्र जी के पास आठ ट्रक है। गुरविन्‍द्र जी ने बताया कि ट्रांसपोर्टस बिजनेस मे अपनी मेहनत व काम के प्रति अपनी लगन से इस बिजनेस में सक्‍सेज हुए। अपनी मेहनत के बल पर आठ ट्रक तैयार किए। उन्‍होंने बताया कि  जब काम की शुरूआत की थी तब काम बढिया चल रहा था। जब से जीएसटी लगी है काम में मंदी आ गई है। गुरविन्‍द्र सिंह जी ने बताया कि अब काम में कुछ नही बचता है सभी चीजों के रेट भी काफी मंहगे हो गए है। गुरविन्‍द्र जी ने बताया कि गाडियों में जीपीएस के लगे होने से भी काफी फायदा होता है। जीपीएस की सहायाता से गाडी पर नजर रख सकते है। जीपीएस की सहायता से गाडी के चोरी होने का डर नही रहता है। गुरविन्‍द्र सिंह जी ने बताया कि फास्‍ट टैग के शुरूहोने से ट्रांसपोट्रस लाइन को काफी फायदा होता है। फास्‍ट टैग के शुरू होने से टोल बैरियर पर लगने वाली लंबी लाइनों से छुटकारा मिल जाता है। ई वे बिल की तरह फास्‍ट टैग्‍ भी ट्रांसपोर्टस लाइन के लिए फायदेमंद होगा। गुरविन्‍द्र जी ने ई वे बिल से  ट्रांसपोर्टस लाइन में  होने वाले फायदों के बारे में बताया कि अब गाडी को बार बार बार्डर पर रूकना नही पडता है। ई वे बिल के आने से समय की बचत होती है। गुरविन्‍द्र जी ने बताया कि ट्रांसपोट्रस के बिजनेस में सबसे बडी दिक्‍कत यह आ रही है कि माल और भाडा नही मिलता अगर माल मिल भी जाए तो भाडे के रेट कुछ नही होते है। गुरविन्‍द्र जी ने बताया कि नई पीढी के ट्रासपोर्टस लाइन में आने से सफलता मिलेगी। नई नई तकनीको का प्रयाेग अच्‍छे कर के ट्रांसपोट्रस लाइन में सुधार होगा। इनका सुझाव है कि सरकार को टैक्‍स  के रेट कम करने चाहिए और भाडे के रेट बढने चाहिए।सरकार को चालान के रेट भी कम करने चाहिए।

 

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