फास्‍ट टैग से ट्रांसपोर्ट लाइन को फायदा है : transporter-gurjeet-singh

गुरजीत सिंह जी हरियाणा के यमुनानगर के रहने वाले है। वे 40 सालों से ट्रांसपोर्ट लाइन में काम कर रहे है।  यमुनानगर से बनारस उनकी गाडियां माल लेकर जाती है। गुरजीत सिंह जी ने बताया कि जब काम शुरू किया था तब कोई ट्रक नही था। इस लाइन में खूब मेहनत की ओर इस काम को आगे बढाया । भगवान की कृपा से इसी काम से दो गाडियां अपनी तैयार की । गुरजीत सिंह जी कहते है कि इंटरनेट और मोबाइल के प्रयोग से ट्रांसपोर्टस के काम में काफी हेल्‍प हो जाती है। अब तो आनलाइन का जमाना है। ट्रांसपोर्ट लाइन मेें सब काम आनलाइन हो रहा है। गाडि़यों को आनलाइन माल मिल रहा है।वे भी ऐसी कंपनी के साथ जुड़ना चाहते है, जिससे उन्‍हें आनलाइन माल मिलता रहे।   गुरजीत सिंह जी ने बताया कि फास्‍ट टैग से ट्रांसपोर्ट लाइन को फायदा है। लेकिन अब इसमें भी फ्राड के मामले सुनने को मिल रहे है। उनका कहना है कि जब से जीएसटी लगी है तब से गाडियों को कागजी कार्यवाही के लिए परेशान नही किया जाता है। कागजी काम आसान हो जाते है। जीएसटी लगने के बाद 50% लोगो के काम बंद हो गए है टैक्‍स की वजह से क्‍योंकि लोग टैक्‍स भर नही पाते थे तो कंपनी बंद कर दी। गुरजीत सिंह जी ने बताया कि यादि डीजल के रेट बढते है तो गाडी के भाडे भी बढने ही चाहिए। गुरजीत सिंह जी गाडियों को अंडरलोड चलाने को ही सही मानते है। गुरजीत ने बताया कि ट्रांसपोर्टस के बिजनेस में सबसे ज्‍यादा दिक्‍कत यह आ रही है कि ट्रको वाले से ज्‍यादा ट्राली वाले कमा रहे है । उनकी ट्राली ओवरलोड होने पर कोई कार्यवाही नही की जाती। हमें तो हर जगह पर परेशान किया जाता है। टैक्‍स बहुत ज्‍यादा हो गए है। सरकार को ट्रांसपोर्टस की ओर ध्‍यान देना चाहिए।

 

 

 

 

 

 

 

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