आनलाइन हो रही है ट्रांसपोर्ट लाइन : अतुल अनिल तिवारी

ट्रासंपोार्टर अतुल अनिल तिवारी का मानना है कि अब ट्रांसपोर्ट लाइन आनलाइन हो रही है। इससे ट्रांसपोर्टर को फायदा भी हो रहा है। उन्‍होंने क्‍या कहा, आइए जानते है।

आप कितने साल से टांसपोर्ट व्यवसाय में है ?

10 साल से हूं।

पहले कितने ट्क थे और आज कितने हैं ?

पहले एक था और अब चार हैं

आप मोबाइल, कंप्यूटर और इंटरनेट का इस्‍तेमाल करते है ?

हॉ, तीनाे यूज करता हूं।

क्या आप ऑनलाइन ऐसी सुविधा का उपयोग करना चाहेंगे जिसमे आप अपने खाली ट्रक के लिए माल ढूंढ पाए?

हॉ

जीएसटी के बाद ट्रांसपोर्ट लाइन में कितना चेंज आया है ?

अब काम इजी हो गया है। टाइम बच रहा है।

इस व्यवसाय में पिछले 10 सालों में कितना बदलाव आया है ?

अब आनलाइन बुकिंग, आनलाइन पेमेंट, आनलाइन बुकिंग हो रही है। ट्रांसपोर्ट लाइन अब हाइटेक हो रही है।

गुडस टैक्स और रोड टैक्स 10 सालो में कितना बढे और क्या उस अनुपात में आय बढी है ?

टैक्‍स तो बहुत बढ गए हैं। लेकिन भाडा उतना नहीं बढ पाया है।

डीजल के दाम में बार-बार बढोतरी होने पर क्या भाडा भी बढता है ?

थोडा बहुत ही बढता है। वो भी जब डीजल का रेट एक दो रूपए बढते है।

ओवरलोडिड पर रोक को क्या आप सही मानते है ?

कुछ हद तक होना चाहिए। इससे रास्‍ते के खर्चे निकल आते हैं।

ट्रासंपोर्ट व्यवसाय को किन मुश्किलों का सामना करना पड रहा है ?

टोल टैक्‍स बहुत बढ गए हैं। खर्चे अधिक और इंकम कम हो गई है।

सरकार से आप क्या चाहते हैं ?

सडकें अच्‍छी बनाए ताकि ट्रक की लाइफ बढे। यदि सडकें अच्‍छी होंगी तो एक्‍सीडेंट नहीं होगा। पासिंग और परमिट को भी आनलाइन करना चाहिए।

युवा टांसपोर्टरो को आप क्या संदेश देना चाहेंगे ?

किसी भी काम के लिए वर्क एक्‍सपीरियंस होना बहुत जरूरी है। इसलिए एक्‍सपीरियंस होने के बाद भी इस लाइन में आए।

 

 

 

 

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