भाडे के रेट बढने चाहिए : transporter-vishal

विशाल जी को ट्रांसपोर्टस लाइन से साथ जुडे हुए 10 साल हो गए है। विशाल जी ने ट्रांसपोर्टस के काम की शुरूआत एक ट्रक के साथ की थी। उन्‍होने ट्रांसपोर्टस लाइन में दिन रात मेहनत करके अपने ट्रांसपोर्टस के बिजनेस को आगे बढाया, आज विशाल जी के पास दस ट्रक है जो कि उनकी मेहनत का ही नतीजा है। विशाल जी ने बताया कि आज के डिजिटल युग में मोबाइल और इंटरनेट का यूज करते है जिसके प्रयोग के साथ उनका ट्रांसपोर्टस का बिजनेस आगे बढ रहा है। विशाल जी ऐसी ऑनलाइन सुविधा का उपयोग करना चाहते है जिससे उनको उनके खाली ट्रक के लिए माल मिल सके। विशाल जी ने बताया कि जीएसटी लगने के बाद  ट्रांसपोर्टस लाइन को कुछ खास फायदा नही हुआ है।  जीपएसटी लगने के बाद इंडस्‍टी में काम कम हुआ है। गाडियों को माल मिलने में दिक्‍कत हो रही है।  गाडी के खर्चे भी काफी बढ गए है। पिछले पांच सालों से ट्रांसपोर्टस लाइन में काफी चेंज देखने को मिला है। अब गाडियों की ऑनलाइन बुकिंग हो रही है। पार्टी को ऑनलाइन पेमेंट हो जाती है जिससे ट्रांसपोर्टस के काम में काफी फायदा होता है। गाडी के इंश्‍योरेंस के रेट काफी बढ गए है। विशाल जी कहना है कि यादि डीजल के रेट बढते है तो गाडियों के भाडे के रेट भी बढने चाहिए। विशाल जी गाडियों में ओवरलोड डालने के खिलाफ है। वे अपनी गाडियों को अंडरलोड ही चलाते है अंडरलोड गाडी चलाने से गाडी को नुकसान नही होता है। विशाल जी ने बताया कि ट्रांसपोर्टस के बिजनेस में सबसे ज्‍यादा दिक्‍कत तो इस बात को लेकर आ रही है कि एक तो गाडी का भाडा नही बढ रहा है और गाडी को समय से माल नही मिल पाता है। गाडी को चलाने के लिए ट्रेंड डाइवर नही मिल रहे है। विशाल जी ने सुझाव दिया कि भाडे के रेट बढने चाहिए और जो ट्रांसपोर्टस बीच में पैसा खा जाता है वो चीज खत्‍म होनी चाहिए।

 

 

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