आनलाइन सिस्टम से माल पाने के लिए नही भटकना पडता : transporter-sandeep
संदीप जसवाल जी पंजाब के रहने वाले है। संदीप जसवाल जी 32 सालों से ट्रांसपोर्टस लाइन में काम कर रहे है। इनका कहना है कि उनके पिता जी का 70 सालों का तजूरबा है।संदीप जी ने बताया कि पिता जी के साथ रहकर काम सीखा है। संदीप जी ने जब काम की शुरूआत की थी तब एक ही ट्रक था। संदीप जी ने इस लाइन में खूब मेहनत की और धीरे धीरे मेहनत रंग लाने लगी संदीप जी ने एक ट्रक से सात ट्रक तैयार किए। संदीप जी ने बताया कि ट्रांसपोर्टस लाइन में काम पहले बहुत ही बढिया चल रहा था लेकिन पिछले कुछ महीनों से इस बिजनेज में मंदी आई है। संदीप जी ने बताया कि उन्होंने ने सात गाडियों से भी ज्यादा गाडियां खरीद ली थी ट्रांसपोर्टस का काम करते करते लेकिन पिछले कुछ महीनों से काम में मंदी होने की वजह से गाडियों को बेचना पडा। संदीप ने बताया कि ट्रांसपोर्टस का बिजनेस ऑनलाइन से ट्रांसपोर्टस लाइन को कई तरह के फायदे हो रहे है। गाडी को माल ऑनलाइन ही मिल जाता है। माल पाने के लिए नही भटकना पडता है। ऑनलाइन ही गाडी के भाडे को तय करके गाडी को बुक करना आसान होता है। ई वे बिल का ट्रांसपोर्टस लाइन में आने से फायदा हुआ है एक तो चोरी का काम खत्म हो गया है इस बिजनेस में सारा काम ही एक नंबर में हो गया है। संदीप जी गाडियाें में ओवरलोड को सही नही मानते है ओवरलोड गाडी चलाने से गाडी को काफी नुकसान होता है। गाडी को अंडरलोड ही चलाना चाहिए अंडरलोड गाडी चलाने से गाडी की सेफटी बनी रहती है। अंडरलोड गाडी चलाने से रोड भी सही रहते है। संदीप जी ने ट्रांसपोर्टस लाइन में होने वाली दिककतो के बारे में बताया गाडी को भाडे के रेट पूरे नही मिलते है और टोल टैक्स और रोड टैक्स काफी बढ गए है। इनका कहना है कि ट्रांसपोर्टस लाइन में नई पीढी के आने से कुछ चेंज आया है । इनका सुझाव है कि सरकार को रोड टैक्स और ट्रोल टैक्स में से एक ही टैक्स लगाना चाहिए।
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