भाडे के रेट बढने चाहिए और डीजल के रेट कम होने चाहिए : transporter-randheer-singh
रणधीर सिंह ट्रांसपोर्टस लाइन से अभी नए नए ही जुडे है। रणधीर जी को ट्रांसपोर्टस लाइन में काम करते हुए एक ही साल हुआ है। रणधीर जी का कहना है कि फास्ट टैग से ट्रांसपोर्ट लाइन को फायदा है , लेकिन इसमें भी ठगी के मामले में सुनने को मिल रहे है। ट्रांसपोर्ट लाइन मेें फास्ट टैग का सबसे ज्यादा यूज होता है। अगर फास्ट टैग में धांधली होगी तो ट्रांसपोटर्स को नुकसान उठाना पड़ेगा। ऐसा सिस्टम होना चाहिए कि फास्ट टैग में कोई गड़बड़ी न हो। यह बहुत बढिया सिस्टम है। अगर लोगों को इससे नुकसान होगा तो सरकार को इसकी भरपाई करनी चाहिए। रणधीर सिंह जी का कहना है कि आज के डिजिटल युग में रणधीर जी मोबाल का प्रयोग करते है। रणधीर जी ने बताया कि ऑनलाइन सुविधा से अपनी गाडियों को बुक करना नही चाहते है। रणधीर सिंह जी ने बताया कि जब से जीपीएस लगा है गाडियों में जीपीएस के जरिए ट्रांसपोर्टस का बिजनेस करने में काफी आसानी होती है। गाडी और माल पर नजर रखी जा सकती है जीपीएस की सहायता से। हर समय जीपीएस की मदद से गाडी की लोकेशन को देखना आसान हो जाता है। रणधीर सिंह जी ने बताया कि पिछले पांच सालाों में ट्रांसपोर्टस लाइन में यह चेंज देखने को मिला है। गाडी के इंश्योरेंस काफी बढ गए है। रणधीर सिंह जी का कहना है कि यादि गाडियों के डीजल के रेट बढते है तो गाडियों को भाडा भी बढना चाहिए। रणधीर सिंह जी गाडियों में ओवरलोड के खिलाफ है। गाडियों में ओवरलोड डालने से सबसे ज्यदा नुकसान तो गाडी का ही होता है। ड्राइवर की जान भी सेफ नही होती है गाडी मे ओवरलोड डालने से। गाडी को हमेशा अंडरलोड ही चलाना चाहिए। रणधीर जी ने ट्रांसपोर्टस के बिजनेस में होने वाली परेशानियों के बारे में बताया कि गाडी को भाडे के रेट सही नही मिलते है, गाडी के टोल के रेट काफी बढ गए है। गाडी को माल नही मिल पाता है समय से। रणधीर सिंह जी का सुझाव है कि गाडियों के भाडे के रेट बढने चाहिए और डीजल के रेट कम होने चाहिए।
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