गाडी के इंश्‍योरेंस के रेट कम होने चाहिए: transporter-harry

लुधियाना के रहने वाले हैरी ट्रांसपोर्टस लाइन में काम करते है। उन्‍होंने दो गाडियों के साथ ट्रांसपोर्टस के काम की शुरूआत की थी। उन्‍होंने बताया कि इस समय उनके पास 18 ट्रक है। हैरी जी ने बताया कि उनका ट्रांसपोर्टस का बिजनेस बहुत बढिया चल रहा है। ट्रांसपोर्टस लाइन के काम में किसी भी तरह से कोई परेशानी नही है भगवान की कृपा से काम बढिया चल रहा है। हैरी ने बताया कि गाडियों में जीपीएस के लगे होने से ट्रांसपोर्टस लाइन को काफी फायदा होता है गाडी और माल दोनो को जीपीएस की सहायता से देख सकते है। ड्राइवर लोग भी झूठ बोल कर गाडी को ईधर उधर नही ले जा सकते है। हैरी ने बताया कि ई वे बिल के आने से ट्रांसपोर्टस लाइन का काम सरल व आसान हुआ है। दो नंबर का काम बंद हुआ है। बार्डर से बैरियर हटै है। हैरी जी ने बताया कि फास्‍ट टैग के चालू होने से  टोल पर पर्ची देकर ज्‍यादा टोल को वसूल करना खत्‍म हुआ है। पहले टोल पर 400 रूपए टोल भरते थे। लेकिन फास्‍ट टैग के लगवाने से 400 की वजाए 350 टोल भरते है। जो टोल बैरियर पर टोल ज्‍यादा वसूल करते थे वह अब नही कर पाते है फास्‍ट टैग के शुरू होने से तो फायदा ही हुआ है। हैरी ने मोटर व्‍हीकल एक्‍ट पर अपने विचार रखते हुए कहा कि सरकार ने ठीक किया है कुछ हद तक तो चालान के रेट बढाकर लेकिन कुछ पुलिस वाले इसका गलत फायदा भी उठा सकते है। पुलिस वाले गलत फायदा उठाते है तो नुकसान झेलना पडता है। हैरी जी गाडियां अंडरलोड चलाते है । उनका कहना है कि ओवरलोड डालने पर हमारी गाडी को ही नुकसान झेलना पडता है।  हैरी जी की सरकार से मांग है कि गाडी के इंश्‍योरेंस के रेट कम होने चाहिए।

 

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