transporter-hanuman-swami ने 20 साल में बनाए 35 ट्रक

हनुमान स्‍वामी जी पिछले 20 वर्षो से ट्रांसपोर्ट लाइन  में लगातार मेहनत कर रहे है। हनुमान स्‍वामी जी ने एक ट्रक के साथ ट्रांसपोर्टस के काम की शुरूआत की। आज उन्‍होंने अपनी मेहनत की बदोलत  35 ट्रक बनाए है। उनका कहना है की इस लाइन मे आए हुए बीस साल के करीब हो गए है। हनुमान जी ने बताया कि जब से जीएसटी लगी है ट्रांसपोर्टस के काम में काफी चेंज देखने को मिल रहा है। जीएसटी लगने के बाद ट्रांसपोर्टस का काम एक नंबर से हाेने लगा है। गाडियां भी माल पहुंचाकर जल्‍दी आ जाती है। हनुमान स्‍वामी जी ने बताया कि ट्रांसपोर्टस लाइन में पिछले पांच सालों में काफी चेंज देखने को मिला है। ट्रांसपोर्टस बिजनेस का काम ऑनलाइन सिस्‍टम से हाेने लगा है गाडिया भी ट्रांसपोर्टस लाइन में अब हाई क्‍वालिटी की चल पडी है। अब गाडी में ऑनलाइन पेमेंट और ऑनलाइन डीजल पड सकता है। हनुमान स्‍वामी जी ने बताया कि ट्रांसपोर्टस लाइन में इस समय सबसे बडी दिक्‍कत तो मार्केट के मंदी होने से आ रही है। पिछले कुछ महीनों से मार्केट में ट्रांसपोर्टस का काम काफी मंदा चल रहा है। मार्केट में माल न होने की वजह से ट्रांसपोर्टस का काम कम चल रहा है। इंडस्‍टी के बंद होने से भी ट्रांसपोर्टस का काम पिछड रहा है। हनुमान स्‍वामी जी ने बताया कि ई वे बिल से ट्रांसपोर्टस लाइन को कई तरह के फायदे हुए है। ट्रांसपोर्टस का काम एक नंबर में हो गया है  ई वे बिल के आने से। दो नंबर का काम करने वालो का काम ढप हो गया है। बार्डर पर अब गाडी वाले को परेशान नही किया जाता है। अब बार्डर से गाडी आसानी से निकल जाती है। हनुमान स्‍वामी जी गाडियों में अंडरलोड को ही पंसद करते है। हनुमान स्‍वामी जी ने सुझाव दिया कि इंस्‍डी मे काम बढना चाहिए तभी ट्रांसपोर्टस लाइन को फायदा होगा।

 

 

 

 

 

 

 

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