सरकार गाडी वाले से दो तरह के टैक्‍स क्‍यों ले रही है : transporter-manoj-kumar

मनोज कुमार जी हरियाणा के भिवानी में रहने वाले है। मनोज जी के पास एक गाडी है। ट्रांसपोर्टस लाइन में गाडियों की बुकिंग का काम करते है। मनाेज जी ने मोटर व्‍हीकल एक्‍ट पर अपने विचार रखते हुए कहा कि मोटर व्‍हीकल एक्‍ट डाक्‍यूमेंट पूरे न होने पर काटा जाए फिर तो सही है। लेकिन कई पुलिस कर्मचारी गाडी के कागज पूरे हाेने के बावजूद भी गाडियों के चालान काट देते है। जो कि सरासर गलत है। रूल्‍स सबके लिए एक होना चाहिए। नए मोटर व्‍हीकल एक्‍ट के शुरू होने से ट्रांसपोर्टस मे काफी सुधार होगा। चालान के रेट बढने से सडक दुर्घटना कम होती है। नए मोटर व्‍‍हीकल एक्‍ट के लागू होने से लोग वाहनों को सही तरीके से चलाते है। मनोज कुमार जी ने बताया कि ई वे बिल के आने से व्‍यपारी लोगो को काफी फायदा हुआ है। ई वे बिल से काम एक नंबर में हो गया है।अब गाडी का माल पकडे जाने का डर नही रहता है। बार्डर से बैरियर समाप्‍त कर दिए है जिससे बार्डर पर अब गाडियों की चैकिंग नही होती है। मनोज कुमार जी ने फास्‍टैग पर अपने विचार रखे। फास्‍ट टैग को शुरू कर सरकार ने अच्‍छा कदम उठाया है। फास्‍ट टैग के आने से  ट्रांसपोर्टस लाइन में लंबी लाइनों में लगने से छुटकारा मिल जाता है। मनोज जी ने गाडियों में जीपीएस लगवा रखा है। जीपीएस के लगे होने से गाडी के बारे में पूरी जानीकारी मिलती रहती है। जीपीएस की सहायता से गाडी पर नजर रख सकते है। मनोज का कहना है कि इस बिजनेस मे सबसे बडी दिक्‍कत यह आ रही है कि भाडे के रेट कम है। जबसे जीएसटी लगी है, तब से काम मंदा ही हो गया है। मनोज ने बताया कि अंडरलोड ही गाडी चलनी चाहिए , लेकिन कई बार फैक्‍टरियों वाले  ज्‍यादा लोड डालने के लिए प्रेशर डालते है। इस कारण गाड़ी वाले को मजबूरी मेंं ओवरलोड डालना पड़ता है। उनका कहना है कि जो व्‍यापारी गाड़ी में ओवरलोड करवाते है, उन पर भी जुर्माना लगना चाहिए। एक गाडी वाले पर कई तरह के टैक्‍स लगते है। हर तरह के टैक्‍स को पे करता है एक ट्रांसपोर्टस। सरकार को रोड टैक्‍स में से टोल टैक्‍स में से एक ही टैक्‍स लेना चाहिए। रोड पर गाडी चलाते है इस‍लिए तो रोड टैक्‍स पे करते है। टोल टैक्‍स भी इसी लिए ही पे करते है फिर सरकार गाडी वाले से दो तरह के टैक्‍स क्‍यों ले रही है।

 

 

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