सडक सुरक्षा कानूनों को सही नीयत से लागू कर लाखों लाेगो की जान बचाई जा सकती है: transporter-inder-singh

इंदर सिंह जी हरियाण में हिसार के रहने वाले है। इंदर जी मार्केट से गाडियों को लेकर माल की स्‍पलाई देते है। नए मोटर व्‍हीकल एक्‍ट पर उनका कहना है कि चालान के रेट दुगने करने पर पब्लिक में सुधार आएगा। यह देश के हित के लिए बनाया गया है । सडक सुरक्षा कानूनों को सही नीयत से लागू कर लाखों लागो की जान बचाई जा सकती है। सरकार ने मोटर व्‍हीकल एक्‍ट को चालू कर बहुत अच्‍छा कदम उठाया है। इंदर सिंह जी ने फास्‍ट टैग पर अपने विचार रखते हुए कहा कि गाडियों में फास्‍ट टैग्‍ लगे होने से बाहन को टैक्‍स देने के लिए टोल पर रूकने की जरूरत नही होगी। टोल टैक फास्‍ट कार्ड से डायरेक्‍ट ऑटोमेटिकली पेमेंट हो जाता है। इंदर सिंह जी ने बताया कि गाडियों में जीपीएस के लगे होने से गाडी के चोरी होने का खतरा नही रहता है। जीपीएस की सहायता से गाडी पर पूरी नजर रखी जा सकती है। कई बार ड्राइवर लोग गाडी को बाहर लेकर जाते है वे गाडी को सही तरीके से नही चलाते है जिससे कभी कभार गाडी का एक्‍सीडेंट भी हुआ है। जीपीएस की सहायता से गाडी की स्‍पीड पर भी नजर रख सकते हे जिससे गाडी के एक्‍सीडेंट होने का खतरा कम रहता है। इंदर सिंह जी ने बताया कि ई वे बिल के आने से ट्रांसपोर्टस बिजनेस को काफी लाभ हुआ है। ट्रांसपोर्टस को इस बात की चिंता नही रहती है कि गाडी में रखा हुआ माल एक नंबर का है या दो नंबर का ई वे बिल हाथ में हो तो माल के बारे में पूरी जानकारी रहती है कि गाडी में कितना माल है और किस कंपनी से माल लेकर आऐ है । पहले ड्राइवर लोगो को इस बात की जानकारी नही होती थी। लेकिन ई वे बिल के आने से ट्रांसपोर्टस को इस बात के बारे में पता होता है कि माल किस कंपनी का है और गाडी में कितने टन माल पडा हुआ है। ई वे बिल के आने से सेल्‍स टैक्‍स वाले परेशान नही करते है गाडी वाले को। ई वे बिल के आने से दो नंबर का काम बंद हुआ है। बार्डर से बैरियर भी हट गए है। इंदर जी गाडियों में अंडरलोड डालते है अंडरलोड माल डालने से गाडी सुरक्षित रहती है। गाडी में रखा हुआ माल सुरक्षित रहता है और ड्र्राइव की जान भी सेफ रहती है। इंदरसिंह जी ने बताया कि इन दिनों मार्केट में काफी मंदी छाई हुई है मार्केट में मंदी की वजह से गाडियों को आसानी से माल नही मिल पा रहा है। मार्केट के डाऊन होने से ट्रांसपोट्रस का काम भी मंदा ही चल रहा है। गाडियां कई कई दिन तक खाली खडी रहती है। इस समय यह दिक्‍कत आ रही है ट्रांसपोट्रस लाइन में। इंदर सिंह जी का सुझाव है कि प्राइवेट फाइनेस वालो को ज्‍यादा फाइनेंस पर गाडियां नही देनी चाहिए। सरकार को फाइनेस पर गाडियां देनी बिल्‍कुल ही बंद कर देनी चाहिए।

 

 

 

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