फास्‍ट टैग से समय बच रहा है : transporter-dinesh

दिनेश जी पंजाब में लधियाना के रहने वाले है। दिनेश जी को ट्रांसपोर्टस लाइन में काम करते हुए 3 साल हो गए है।उनके पास दो गा्डियां है। वे ट्रांसपोर्टस लाइन में गाडियों को बुक करने का काम करते है। दिनेश जी ने बताया कि गाडियों में जीपीएस के लगे होने से ट्रांसपोर्टस लाइन को काफी फायदा हो रहा है। जीपीएस का गाडियों में लगे होने से यह फायदा होता है कि गाडी चोरी होने का खतरा नही रहता है। जीपीएस की सहायता से गााडी पर नजर रखी जा सकती है कि गाडी किस स्‍पीड से चल रही है। फास्‍ट टैग के आने से ट्रांसपोर्टस लाइन को काफी फायदा हो रहा है। फास्‍ट टैग के आने से गाडी को अब टोल बैरियर पर रूक कर गाडी के टोल का भुगतान नही करना पडता है अब गाडी सीधा ही टोल बैरियर से निकल जाती है। सरकार ने मोटर व्‍हीकल एक्‍ट में संशोधन करके नए मोटर व्‍हीकल एक्‍ट को पास किया है।नए मोटर व्‍हीकल एक्‍ट  से ट्रांसपोर्टस लाइन में काफी सुधार देखने को मिल रहा है। चालान के रेट बढने से दुर्घटना कम होगी। लोग वाहनों को आराम से चलाऐगे। दिनेश जी ने बताया कि ई वे बिल का ट्रांसपोर्टस लाइन में आने से काफी फायदा हुआ है। ई वे बिल के आने से बार्डर से बैरियर के हटने से गाडियां आसानी से बार्डर से निकल जाती है अब गाडियों को बार्डर पर ज्‍यादा समय के लिए नही रूकना पडता है। ई वे बिल के आने के बाद गाडियां जल्‍दी माल पहुंचाकर वापिस आ जाती है। ट्रांसपोर्टस लाइन में सबसे ज्‍यादा दिक्‍कत तो इस बात को लेकर आ रही है एक तो गाडियों को माल नही मिलता है समय से और आज कल डीजल के रेट काफी बढ गए है ,गाडी के भाडे के रेट भी पूरे नही मिलते है। दिनेश जी का सुझाव है कि चालान  के रेट कम होने चाहिए । गाडी को माल मिलेगा तभी तो गाडी के खर्चे निकल पाएंगे।

 

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