मोटर व्‍हीकल एक्‍ट में बहुत ज्‍यादा बढाए गए है चालानके रेट : transporter balbeer singh

बलवीर सिंह जी जिरकपुर के रहने वाले है। बलवीर सिंह जी ने एक गाडी के साथ ट्रांसपोर्टस के काम की शुरूआत की थी । आज इनके पास खुद की दो गाडियां है । इस लाइन में इन्‍होंने काफी मेहनत की, जिसका इन्‍हेंं फल भी मिला है। बलवीर जी नए मोटर व्‍हीकल एकट में बढाए गए चालान से खुश नहीं है। उनका कहना है कि चालान के रेट बहु ज्‍यादा बढा दिए गए है। यह रेट बेतुके है। जिसके पास एक या दो गाडि़यां है, उन्‍हें चालान भरने में बड़ी दिक्‍कत आ रही है। बलवीर जी का मानना हे कि ई वे बिल के आने से काफी फायदा हुआ है ट्रांसपोर्टस लाइन को। ई वे बिल के आने से बार्डर से बैरियर उठ गए है, ई वे बिल के आने से अब हर राज्‍य में जाकर पर्ची नही बनवानी पडती है, यह काम आसान हुआ है। बलवीर जी अंडरलोड को गाडियों के लिए Best मानते है। उन्‍होंने बताया कि गाडियों में ओवरलोड डालने से गाडी को भी खतरा बना रहता है और गाडी में पडे माल के पलटने का भी खतरा बना रहता है। ओवरलोड से गाडी के टायर भी जल्‍दी घिस जाते है। बलवीर जी ने कहा कि इस बिजनेस मे सबसे बडी दिक्‍कत यह आती है कि एक तो गाडी को समय से माल नही मिल पाता है और मार्केट भी काफी डाऊन चल रही है।  गाडी को भाडे के रेट भी सही नही मिल पाते है। बलबीर जी ने कहा कि जब ट्रांसपोर्टस के काम की शुरूआत की थी तब गाडी को माल आसनी से मिल जाता था लेकिन अब गाडी को माल मिलने में काफी परेशानी का सामना करना पडता है, जिसकी वजह से काम मंदा चल रहा है ट्रांसपोर्टस का। बलवीर जी ने बताया कि ट्रांसपोर्टस के बिजनेस के ऑनलाइन होने से ट्रांसपोर्टस लाइन को फायदा तो हो ही रहा है क्‍योंकि ऑनलाइन गाडी को माल मिल जाता है । ऑनलाइन गाडी को माल मिलने से गाडी को ईधर उधर माल के लिए परेशान नही होना पडता है । बलवीर जी का सुझाव है कि सरकार ज्‍यादा से ज्‍यादा इंडस्‍ट्री लगाए, इससे ट्रांसपोर्ट लाइन का काम बढेगा और लोगों को रोजगार भी मिलेगा।

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