ट्रांसपोर्टस लाइन में काम और पैसा तो बहुत है पर सब्र होना चाहिए : transporter samsher singh

शमशेर सिंह जी  हिमाचल प्रदेश के रहने वाले है। इनके पास खुद की दो गाडियां अपनी है। इनका  कहना है कि इनका बिजनेस प्रभु की कृपा  से सही चल रहा है। शमशेर सिंह जी का कहना है कि किसी भी बिजनेस में अप डाउन लगा रहता है। अगर अच्‍छे दिन चले जाते है तो बुरे दिन भी एक न एक दिन जरूर जाएंगे। इंसान को बस अपना काम करते रहना चाहिए। इनका कहना है कि ट्रांसपोर्टस लाइन में काम और पैसा तो बहुत है पर सब्र होना चाहिए। उनका मानना है कि ट्रांसपोर्ट लाइन में अब बहुत चेंज आ गया हैै। पहले सब काम मुनुअली होते थे, अब सब कुछ आनलाइन होने लगा है। गाडियों को आनलाइन मालन मिल जाता है। भाड़ा भी आनलाइन अकाउंट में आ जाता है। गाडियों में जीपीएस के लगे होने से गाडी की लोकेशन को आसनी से देख सकते है। उनका कहना है कि पुराने लोग आनलाइन सिस्‍टम का फायदा नहीं उठा पा रहे है।अब ई वेबिल शुरू हो गया है, जिन्‍हें इसकी समझ नहीं है, उन्‍हेें दिक्‍कत हो रही है।  ई  वे बिल की समाप्ति की जानकारी न होने पर गाडी वाले को परेशान किया जाता है। शमशेर सिंह जी गाडियों में अंडरलोड को ही पंसद करते है। इनका कहना है कि गाडियों में ओवरलोड डालने से गाडी को काफी नुकसान होता है। इनका कहना है कि कुछ दलाल लोगो के कारण  ट्रांसपोर्टर को भाडे के रेट पूरे नही मिल पाते है। इनका सुझाव है कि सरकार आनलाइन सिस्‍टम के बारे में ट्रांसपोर्टर को जागरूक करे। ट्रांसपोर्ट को आनलाइन सिस्‍टम में काम करने के लिए ट्रेंड करें। अगर इस लाइन में टैक्‍स कम किए जाए तो ज्‍यादा लोग इस बिजनेस में आएंगे। पढे लिखे लोगाें के आने से आनलाइन का काम बढेगा। सरकार को टैक्‍स भी कम करने चाहिए और डीजल के रेट बढने पर टोल टैक्‍स भी बढे।

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