toll tax और डीजल के रेट कम होने चाहिए : transporter pawan kumar

transporter पवन कुमार  जी पंजाब में डेराबसी के रहने वाले है। पवन  कुमार जी ने सन 1999 से एक ट्रक के साथ ट्रांसपोर्टस के काम की शुरूआत की थी। आज इनके पास खुद की तीन गाडियां है।  पवन जी का कहना है कि आज ट्रांसपोर्ट लाइन में बहुत चेंज आ गया है। अब तो online का जमाना है।  जीपीएस की सहायता से गाडी को लोकेशन को आसनी से देखा जा सकता है कि गाडी कहा पर किस जगह पहुंच गई है । आज कल कंपनियां भी बिना जीपीएस लगे गाडियों को माल नही देती है । जीपीएस से फायदा तो है । अब ड्राइवर लोग झूठ ही नही बोल पाते है। पवन कुमार जी कहते है कि ई वे बिल के आने से अब बार्डर पर गाडियों की चैकिंग नही होती है। अब गाडी समय से माल पहुंचाकर वापिस आ जाती है। बार्डर से बैरियर के उठने से भी काफी फायदा हुआ है। पवन जी गाडियों में अंडरलोड को अच्‍छा मानते है क्‍योंकि गाडी में अंडरलोड डालने से गाडी को नुकसान नही होता है । अंडरलोड गाडी चलाने से गाडी के टायर भी सुरक्षित रहते है और गाडी भी सुरक्षित रहती है ।अंडरलोड गाडी चलाने से गाडी की पूरी तरह से सेफटी बनी रहती है। लेकिन ओवरलोड से गाडी को काफी नुकसान होता है और गाडी के टायर घिस जाते है। पवन जी ने बताया कि ट्रांसपोर्टस बिजनेस में सबसे बडी दिक्‍कत यह आती है कि एक तो पुलिस वाले बहुत परेशान करते है और दूसरे गाडी को माल नही मिलता है। मार्केट के डाऊन होने से अब गाडी को माल मिलने में काफी दिक्‍कत आती है। कई बार तो गाडी दस दस दिन खाली खडी रहती है । हालांकि अब आनलाइन माल मिलने लगा है, लेकिन इसके बारे में अधिकतर ट्रांसपोर्टर्स को ज्‍यादा पता नही हॅैं। पवन कुमार जी का सुझाव है कि toll tax टैक्‍स कम होने चाहिए और डीजल के रेट कम होने चाहिए। फास्‍ट टैग के पैसे बहुत ही ज्‍यादा चार्ज किए जाते है फास्‍ट  टैग के रेट भी कम होने चाहिए।

 

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