ई वे बिल से अब सेल्स टैक्स वाले परेशान नहीं करते : transporter बिंटू
बिन्टू जी हिमाचल के रहने वाले है। वे हिमाचल में ट्रांसपोर्टस का काम करते है। बिन्टू जी का कहना है कि ट्रांसपोर्ट बिजनेस में आनलाइन सिस्टम का बड़ा फायदा हो रहा है। आनलाइन सिस्टम से पूरा बिजनेस ही बदल गया है। जीपीएस को ही ले लें, गाडियों में जीपीएस के लगे होने से ट्रांसपोर्टस लाइन को काफी फायदा होता है। जीपीएस की सहायता से गाडी के मालिक को उसकी गाडी की पूरी जानकारी मिलती रहती है कि गाडी कहा पर खडी है और किस स्पीड से चल रही है। गाडी का मालिक जब चाहे अपनी गाडी की लोकेशन को चैक करके देख सकता है। गाडी की लोकेशन जानने के लिए बार बार ड्राइवर को फोन करने की जरूरत नहीं पड़ती। बिन्टू जी का कहना है कि ई वे बिल से भी ट्रांसपोर्टस लाइन को काफी फायदा हुआ है। पहले सेल टैक्स वाले गाडी काे कही पर भी रोक कर परेशान करते थे। ई वे बिल पास में हो तो सेल टैक्स वाले लोग परेशान नही कर सकते है। ई वे बिल के आने से बहुत राहत मिली है। बिन्टू जी कहते है कि गाडियों में ओवरलोड तो होना ही नही चाहिए क्योंकि गाडियों में हम जितना ज्यादा ओवरलोड डालते है गाडी को उतना ही ज्यादा नुकसान होता है। ओवरलोड डालने से गाडी पर लोड पडता है गाडी पर ज्यादा लोड पडने से गाडी के टायर जल्दी खराब हो जाते है। गाडी के टायर जल्दी खराब होते है तो गाडी की रिपेयर पर ज्यादा पैसा खर्च करना पडता है। बिन्टू जी का कहना है कि ट्रांसपोर्टस का काम थोड़ा मंदा हो गया है। मार्केट में गाडियों की संख्या काफी बढ गई है जिस वजह से मार्केट में माल की कमी हो गई है। बिन्टू जी का सुझाव है कि सरकार को इ्ंडस्ट्री को बढावा देना चाहिए। देश में जितना ज्यादा उत्पादन होगा, उतना ही ट्रांसपोर्ट का बिजनेस बढेगा और जितना ज्यादा ट्रांसपोर्ट का बिजनेस बढेगा, उतना अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा।
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