सरकार टैक्‍स में छूट दें तो हजारों लाखों को मिलेगा रोजगार: transporter सुरेन्द्र

transporter सुरेन्‍द्र जी तीन सालों से ट्रांसपोर्ट लाइन में काम कर रहे है। उन्‍हाेने एक ट्रक के साथ ट्रांसपोर्टस के काम की शुरूआत की थी।अपनी मेहनत के बल पर उन्‍होंने तीन ट्रक तैयार कर लिए। आज के डिजिटल के युग में सुरेन्‍द्र जी मोबाइल, कंप्यूटर और इंटरनेट का प्रयोग करते है।  सुरेन्‍द्र जी ऑनलाइन सुविधा का प्रयोग करना चाहते है जिससे इनको इनके खाली ट्रक के लिए माल मिल सके। सुरेन्‍द्र जी का कहना है कि जीएसटी लगने के बाद ट्रांसपोर्ट लाइन में यह चेंज आया  है कि ट्रक माल लेकर  जल्‍दी पहुंच जाता है, जिससे  समय की बचत होती है और गाडी समय से खाली हो जाती है। सुरेन्‍द्र जी का मानना है कि डीजल के रेट बढने से भाडे के रेट भी बढते है तो ट्रांसपोर्टस लाइन को ज्‍यादा फायदा होगा। सुरेन्‍द्र जी का कहना है कि गाडियों में जीपीएस के लगे होने से गाडियों को फायदा होता है गाडी का मालिक जब चाहे अपनी गाडी की लोकेशन को आसनी से चैक कर सकता है और गाडी कहां पर पहुंच गई है और किस स्‍पीड से चल रही है यह सब आसनी से पता चल जाता है जीपीएस की सहायता से। सुरेन्‍द्र जी का मानना है कि गाडियों को अंडरलोड ही चलाना चाहिए गाडियों को अंडरलोड चलाने से गाडी को नुकसान नही होता। अंडरलोड गाडी चलाने से गाडी की सुरक्षा बनी रहती है और ड्राइवर की जान जाने का खतरा भी कम रहता है और गाडी को भी नुकसान कम होता है। अंडरलोड गाडी को चलाने से अंडरलोड गाडी चलाने से गाडी की सुरक्षा बनी रहती है। सुरेन्‍द्र जी बताते है कि इस बिजनेस में सबसे बडी दिक्‍कत यह आ रही है कि ट्रेंड ड्राइवर नही मिल पाते है और भाडे के रेट पूरे नही मिल पाते है। सुरेन्‍द्र जी का कहना है कि भाडे के रेट बढने चाहिए और डीजल के रेट कम होने चाहिए।अगर सरकार इस बिजनेस मे टैक्‍स में छूट दे तो हजारों लोग इस बिजनेस में आएंगे और लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा।

 

 

 

 

 

 

 

 

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