आनलाइन सिस्टम का पढे लिखे लोग फायदा उठा रहे: transporter-sukhvinder-singh
सुखविन्द्र सिंह पंजाब के डेराबस्सी के रहने वाले है । इन्होंने 18 गाडियों से ट्रांसपोर्टस के बिजनेस की शुरूआत की थी। इनका कहना है आज ट्रांसपोर्टस बिजनेस पूरी तरह बदल गया है। अब आनलाइन सिस्टम शुरू हो गया है। इससे काम आसान हो गया है। जिन्हें इसके बारे में पता है वो इसका पूरा फायदा उठा रहे है, लेकिन जो लोग पढे लिखे नहीं है, वे इसका फायदा नहीं उठा पा रहे है। ट्रांसपोर्ट लाइन में आनलाइन सुविधाओं के बारे में उनका कहना है कि ऑनलाइन के होने से यह फायदा हो रहा है अब हम ऑनलाइन गाडी को माल के लिए चैक कर सकते है। इनका कहना है कि गाडियों में जीपीएस का बहुत फायदा है गाडी की लोकेशन का पता रहता है। हम अपनी गाडी को कही पर भी ऑनलाइन चैक कर सकते है किस स्पीड से गाडी चल रही है और गाडी कहां पर खडी है चैक कर सकते है। इनका कहना है कि ई वे बिल के आने से अब गाडी को बार्डर पर बार बार रूकना नही पडता है। गाडी समय पर माल पहुंचाकर आ जाती है। वे कहत है कि गाडियों में अंडरलोड सही है ओवरलोड गाडी में करने से गाडी को नुकसान होता है। इस बिजनेस में सबसे बडी दिक्कत यह आ रही है कि अब गाडी में टन बढा दिए है मार्केट में माल तो है नही है ऊपर से गाडी में टन बढा दिए है । गाडी में ओवरलोड तो बंद होना चाहिए अंडरलोड में गाडी के भाडे के रेट सही मिलने चाहिए। गाडी में ओवरलोड के बढने से फायदा नही है , इससे काम कम हो गया है । मंदी के कारण माल मिल ही नही रहा मार्केट मे । इनका सुझाव है कि डीजल के रेट बढने पर भाड़ा भी बढना चाहिए। सरकार को ट्रांसपोर्ट से टोल टैक्स नहीं लेना चाहिए।
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