आनलाइन सिस्टम की वजह से ट्रांसपोर्ट लाइन में काफी सुधार हुआ है : transporter-arun
आगरा के रहने वाले अरूण जी पिछले 4 सालों से टांसपोर्ट लाइन में काम कर रहे है। अरूण जी ने टांसपोर्ट लाइन में अपने काम की शुरूआत एक ट्रक से की थी और लगातार मेहनत करने के बाद आज उन्होंने अपने दो ट्रक बना लिए है। अरूण जी मोबाइल, इंटरनेट व कम्प्यूटर का यूज करते है, क्योंकि आनलाइन सिस्टम की वजह से ट्रांसपोर्ट लाइन में काफी सुधार हुआ है। अरूण जी ऑनलाइन सुविधा का प्रयोग करना चाहते है, जिससे उनके खाली ट्रक को माल मिल सके। उनका कहना है कि जीएसटी लगने के बाद ज्यादातर काम आनलाइन हो गया है। उनका कहना है कि है डीजल के रेट तो ज्यादा तर बढते रहते है लेकिन भाडा नही बढाया जाता। यदि डीजल के रेट बढते है तो भाडा भी बढना ही चाहिए, क्योंकि भाडे से ही ड्राइवर, डीजल का खर्च निकालता है और यदि सिर्फ डीजल के रेट बढाए जाते है तो नुकसान पहुंचता है । अरूण जी का कहना है कि ओवरलोड की वजह से सडको पर जाम की समस्या बनी रहती है, उपर से डाइवर की जान को भी खतरा बना रहता है। ऐसे में ओवरलोड को बंद करना सही है। अरूण जी का सुझाव है कि इस लाइन में भष्टाचार बढता जा रहा है, इस भष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए योजनाबंद कार्यवाही होनी चाहिए। ऑनलाइन सुविधा को और सरल बनाया जाना चाहिए, ताकि सभी ड्राईवर व टांसपोर्टर्स इन सुविधाओं का लाभ उठा सके । इस लाइन में गाडियों से सम्बंधित सभी कार्यवाही को बारीकी से किया जाना चाहिए, ताकि कोई भी ड्राइवर या अन्य वाहन चालक इस लाइन में धोखा न खाए। उनका कहना है कि दिल्ली में गाडी एनटर होने पर टैक्स लगता है , जिससे वाहन चालको को काफी दिक्कतों का सामना करना पडता है, इसलिए वह टैक्स खत्म होना चाहिए। रास्ते में पुलिस वालों द्वारा बेवजह तंग नहीं किया जाना चाहिए।
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