आनलाइन सिस्‍टम से काफी सुधार हुआ है: transporter-harpreet-singh

बरनाला के रहने वाले  हरप्रीत सिंह जी पिछले नौ साल से टांसपोर्ट लाइन में है। हरप्रीत सिंह जी के पास पहले एक भी ट्रक नही था। ट्रांसपोर्ट का काम करते करते उन्‍होनें अपना खुद का एक ट्रक खरीदा। हरप्रीत सिंह जी का कहना है कि अब ट्रांसपोट्र बिजनेस में काफी चेंज आ गया है। यह चेंज आनलाइन सिस्‍टम के कारण हुआ है। आजकल ट्रांसपोर्टबिजनेस में सब काम आनलाइन होने लगा है। आनलाइन माल मिल जाता है। भाड़ा भी आनलाइन  सीधे खाते में आ जाता है। और तो और गाडि़यों के कागज और परमिट भी आनलाइन बन जाते है। गाडि़यों में जीपीएस लगा होने से ट्रंासपोर्टर की टेंशन खत्‍म हो गई है। अब गाड़ी कही भी हो, उसकी लोकेशन और स्‍पीड का पता लग जाता है। हरप्रीत सिंह जी खुद ऐसी आनलाइन सुविधा से जुड़ना चाहते है जिससे उन्‍हें आनलाइन मिल जाए। हरप्रीत सिंह जी कहते है कि अब इस बिजनेस में काफी चेंज आ गया है। पहले खर्चे कम थे और कमाई अच्‍छी होती थी, लेकिन अब खर्चें बढ गए है और कमाई कम हो गई है।  हरप्रीत सिंह जी का कहना है कि जीएसटी लगने के बाद भाडा कम हुआ है, टैक्‍स कम हुए है। हरप्रीत सिंह जी का कहना है कि पिछले पांच सालों में काफी चेंज आया है ट्रांसपोर्ट लाइन में एक तो 26 नम्‍बर के बिल खत्‍म कर दिया गया है। और भी कई तरह के सुधार हुए है। बिट्टू जी का कहना है कि दिल्‍ली में सबसे ज्‍यादा सडकें खराब है। उनका मानना है कि डीजल के रेट बढते है तो भाडा भी बढना चाहिए। हरप्रीत सिंह जी गाडियों में ओवर लोड को सही नही मानते है। उनका कहना है कि इससे ट्रांसपोर्टर को ही नुकसान है। जितना ओवरलोड में बचता है, उससे ज्‍यादा गाड़ी की मेनटेनेंस में खर्च हो जाता है। इसलिए ओवरलोड बिल्‍कुल नहीं करना चाहिए। हरप्रीत सिंह जी के अनुसान टांसपोर्ट लाइन तें दिक्‍कत यह आ रही है कि मालभाडा नही बढता। हरप्रीत सिंह जी सरकार से यह चाहते है कि डीजल के रेट को कम करे और टैक्‍स में छूट दी जाए।

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