हरिन्‍द्र जी ने एक ट्रक से बनाए 10 ट्रक : transporter-harinder

हरिन्‍द्र जी पंजाब में फगवाडा शहर के रहने वाले है। वे पिछले 20 सालों से ट्रांसपोर्टस लाइन में काम कर रहे है। जब इन्‍होंने अपने काम की शुरूआत की थी तब एक ही ट्रक था ।इनके पास आज इनके पास खुद की 10 गाडियां है ।इन्‍होंने बडी ही मेहनत व लगन  से अपनी खुद की ट्रांसपोर्ट तैयार की और अपने काम को आगे बढाया। इनका कहना है कि यह इस बिजनेस में काम करके सक्‍सेज हुए, पिता जी से ट्रांसपोर्ट का काम पहले अच्‍छे से सीखा फिर खुद काम किया धीरे धीरे इन्‍हे इस काम में कामयाबी मिलती गई इस तरह से यह अपने काम में सक्‍सेज होते चले गए। इनका कहना है कि आज ट्रांसपोट बिजनेस भी ऑनलाइन हो रहा है इस सिस्‍टम से ट्रांसपोर्टस को फायदा हो रहा है। इनका कहना है कि ई वे बिल ट्रांसपोट्रस के बिजनेस में थोडा बहुत फायदा कर रहे है। अगर ई वे बिल होता है तो गाडी समय पर माल पहुंचा देती है। गाडी को जगह जगह बार्डर पर रोका नही जाता है। इनका कहना है कि अंडरलोड गाडी चलाने से फायदा होता है एक तो गाडी की सेफटी हो जाती है और दूसरा ड्राइवर सेफ रहता है । अंडरलोड गाडी चलाने से तीसरा सरकार को भी फायदा होता है ।अंडरलोड गाडी चलाने से रोड की सेफटी बनी रहती है अंडरलोड गाडी चलाने से इस तरह अंडरलोड गाडी चलाने के फायदे है। इनका कहना है कि इस बिजनेस में सबसे बडी दिक्‍कत यह है कि एक तो व्‍यक्ति को घर से बाहर रहना पडता है भाडा के रेट सही नही मिलते है। इस काम में सबसे बडी दिक्‍कत तो भाडे को लेकर है। इनका  सुझाव है कि एक तो भाडे के रेट बढने चाहिए । डीजल के रेट काफी बढ रहे है डीजल के रेट कम होने चाहिए। इनकी सरकार से मांग है कि ट्रांसपोर्ट से टैक्‍स कम किए जाए।

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